इस्लामाबाद। आटा, चावल, तेल, पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से परेशान पाकिस्तान के लोग आज सुबह जागे, तो उनके सिर पर टैक्स का बम फूट चुका था। पाकिस्तान की सरकार ने मंगलवार देर रात अवाम पर 115 अरब रुपए का टैक्स लगाया है। शहबाज शरीफ सरकार ने संघीय राजस्व बोर्ड (एफबीआर) की तरफ से नोटिफिकेशन जारी कर टैक्स में बढ़ोतरी का एलान किया है। इससे पहले पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अलवी ने मिनी बजट का अध्यादेश जारी करने से मना कर दिया था। पाकिस्तान सरकार ने टैक्स बढ़ाने का फैसला अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी फिच की ओर से उठाए गए कदम के बाद किया। फिच ने पाकिस्तान की रेटिंग सीसीसी माइनस कर दी है।
शहबाज शरीफ सरकार ने एफबीआर के नोटिफिकेशन के तहत जीएसटी को आज से 18 फीसदी कर दिया है। पहले जीएसटी की दर 17 फीसदी थी। सिगरेट पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है। लग्जरी चीजों पर जीएसटी को बढ़ाकर 25 फीसदी किया गया है। इस बारे में संशोधन का बिल आज पाकिस्तान की सरकार संसद से पास कराने वाली है। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान को 2 अरब डॉलर का कर्ज देने के लिए टैक्स में बढ़ोतरी की शर्त रखी है। मरता क्या न करता के हाल पर पहुंचे पाकिस्तान में इसी वजह से टैक्स में इजाफा किया गया है।
कुछ वक्त पहले पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय ने जिन आयातित चीजों को बैन किया था, उनपर एफबीआर ने जीएसटी बढ़ाई है। पाकिस्तान में बने कई लग्जरी सामान पर भी जीएसटी बढ़ाई गई है। हालांकि, पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने टैक्स का बम जनता पर फोड़ा है, लेकिन अब भी उसे आईएमएफ की तमाम और शर्तें माननी हैं। जिसके बाद ही 2 अरब डॉलर का कर्ज मिलने का रास्ता साफ होगा। पाकिस्तान के पास अभी 3 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा ही बची है और फिच के मुताबिक देश के कंगाल होने का खतरा बढ़ गया है।