नई दिल्ली। अफगानिस्तारन में ताकद के दम पर सत्ता में आए तालिबान का असली सच अब सामने आने लगा है। शुरू-शुरू में तालिबान दुनियां के बाकी देशों के साथ अपने रिश्ते बहतर बनाने के लिए अच्छा बनने का नाटक कर रहा था। तालिबान ने कहा था कि वो पहले वाला तालिबान नहीं है लेकिन ये कितना सच है वो अब दिखने लगा है। बता दें, तालिबान को अफगानिस्तान में सत्ता में आए करीब डेढ़ महीने से ज्यादा का वक्त गुजर गया है ऐसे में तालिबान अपने रंग में वापस आता दिख रहा है। बीते दिन मंगलवार को तालिबानी नेता अनस हक्कानी (Anas Haqqani) महमूद गजनवी (Mahmud Ghaznavi) की कब्र पर पहुंचा जहां उसने गजनवी की तारीफ की और सोमनाथ मंदिर को तोड़े जाने का जिक्र भी किया।
बता दें, महमूद गजनवी वही है जिसने गुजरात के सोमनाथ मंदिर को तोड़ दिया था। गजनवी ने भारत पर 17 बार हमले किए थे। मंगलवार को तालिबानी नेता अनस हक्कानी (Anas Haqqani) उसी महमूद गजनवी (Mahmud Ghaznavi) की दरगाह पर पहुंचा था। यहां पहुंचकर बड़े गर्व के साथ हक्कानी ने सोमनाथ मंदिर तोड़ने का जिक्र किया।
हक्कानी ने ट्वीट कर लिखा, “आज हमने 10वीं सदी के मुस्लिम योद्धा और मुजाहिद महमूद गजनवी की दरगाह का दौरा किया। गजनवी ने एक मजबूत मुस्लिम शासन स्थापित किया था और सोमनाथ की मूर्ति तोड़ी थी।”
Today, we visited the shrine of Sultan Mahmud Ghaznavi, a renowned Muslim warrior & Mujahid of the 10th century. Ghaznavi (May the mercy of Allah be upon him) established a strong Muslim rule in the region from Ghazni & smashed the idol of Somnath. pic.twitter.com/Ja92gYjX5j
— Anas Haqqani(انس حقاني) (@AnasHaqqani313) October 5, 2021
साल 1026 में हुआ था मंदिर पर हमला
भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक सोमनाथ मंदिर पर साल 1026 में महमूद गजनवी ने हमला कर दिया था। कहा ये भी जाता है कि गजनवी ने अरब यात्री अल-बरुनी के अपने यात्रा वृतान्त में मंदिर का उल्लेख देख करीब 5 हजार साथियों के साथ इस मंदिर पर धावा बोल दिया था। हमले के साथ ही उसने मंदिर की संपत्ति भी लूट ली थी। इसके बाद एक नहीं बल्कि कई बार हमले हुए और उसे तोड़ा गया लेकिन हर बार इसका पुनर्निर्माण किया गया। अभी सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) हैं।