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Afghanistan: कंगाल हुआ तालिबान, टीवी पर आकर निवेश के लिए ‘भीख’ मांग रहा मुल्ला उमर का बेटा

Afghanistan: सालों से जारी युद्ध के कारण पहले ही अफगानिस्तान बिखरा हुआ था कि तालिबान की वापसी ने उसकी और कमर तोड़ दीऑ। तालिबानी सरकार की वापसी के बाद से अफगानिस्तान के हालत खस्ता हो गए हैं। इकॉनमी का बुरा हाल हो गया है।

नई दिल्ली। ताकत के दम पर अफगानिस्तान में सत्ता में आने वाले तालिबान ने गरीबी के आगे अपने घुटने टेक दिए हैं। गरीबी का आलम इस कदर बढ़ गया है कि तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मोहम्मद याकूब पहली बार सावर्जनिक रूप से सामने आना पड़ा है। दरअसल, एक टीवी कार्यक्रम में अफगानिस्तान के नए रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब ने स्थानीय व्यापारियों से हॉस्पिटल में निवेश करने के लिए अपील की है। मोहम्मद याकूब जिस तरह से लोगों के सामने आए हैं वो थोड़ा हैरान करने वाला है क्योंकि तालिबान के पहले शासन काल में आंदोलन के सर्वोच्च नेता याकूब के पिता मुल्ला उमर शायद ही कभी सावर्जनिक रूप से ऐसे लोगों के सामने आए। उनकी तस्वीरों तक पर प्रतिबंध लगाया हया था। वहीं जब साल 2013 में उनकी मौत हुई तो दो साल तक इन खबरों तक बाहर तक नहीं आने दिया गया।

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हालांकि दूसरी बार सत्ता में आई इस नई तालिबानी सरकार ने साफ कर दिया था कि वो पहले वाले नहीं है। अब की सरकार बदल चुकी है। अब काबुल पर कब्जा करने के बाद से तालिबान नेता सामान्य तौर पर सावर्जनिक रूप से अपनी मौजूदगी को सोशल मीडिया तक पर दिखा रहे हैं। काबुल के सरदार मोहम्मद दाउद खान मिलिट्री हॉस्पिटल में मोहम्मद याकूब ने कहा है कि हॉस्पिटल पर खर्च किए जाने की जरूरत है। ऐसे में हमारी निवेशकों से ये अपील है कि वो व्यवसायियों के साथ ही डॉक्टर्स से मेडिकल सेक्टर में निवेश करें।

आपको बता दें, सालों से जारी युद्ध के कारण पहले ही अफगानिस्तान बिखरा हुआ था कि तालिबान की वापसी ने उसकी और कमर तोड़ दीऑ। तालिबानी सरकार की वापसी के बाद से अफगानिस्तान के हालत खस्ता हो गए हैं। इकॉनमी का बुरा हाल हो गया है। कई अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना कर अफगानिस्तान के लाखों पीड़ित लोगों को इलाज की जरूरत है लेकिन वो उन्हें नहीं मिल पा रही। ऐसे में अब सत्ता में शामिल लोग अफगानिस्तान में निवेश के लिए आगे आकर अपील कर रहे हैं ताकि वहां हालातों में थोड़ा सुधार आए।
याकूब कभी तालिबान के शक्तिशाली सैन्य आयोग के प्रमुख थे। उसे अपने पिता की वजह से संगठन में बहुत फायदा मिला है। नई सरकार में सबसे सीनियर पोस्ट उसके पिता के नजदीकी दोस्तों को मिला है।