लाहौर। पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब प्रांत के रहीम यार खान इलाके में पिछले दिनों तोड़े गए मंदिर की मरम्मत कराने के बाद उसे हिंदुओं को सौंप दिया गया है। इस मामले में इमरान खान सरकार की किरकिरी हो रही थी। भारत सरकार ने घटना पर विरोध जताया था। वहीं, पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने घटना को देश पर दाग बताया था। हिंदू समुदाय भी इस घटना से बहुत आक्रोश में था। रहीम यार खान जिले के प्रशासनिक अफसर खुर्रम शहजाद ने बताया कि हिंदुओं को मंदिर सौंप दिया गया है और जल्दी ही यहां पूजा-पाठ शुरू हो जाएगा। भोंग इलाके में यह मंदिर है। मंदिर के सामने हिंदुओं के करीब 17 घर हैं। एक मदरसे में हिंदू बच्चे ने पेशाब कर दिया था। जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने मंदिर में तोड़फोड़ कर वहां आगजनी की थी।
बच्चा सिर्फ 8 साल का है और मदरसे वालों की शिकायत के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया था। उस पर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया था। फिलहाल बच्चे को जमानत मिल गई है। बता दें कि ईशनिंदा के लिए पाकिस्तान में मौत की सजा दी जाती है।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में कट्टरपंथियों की उन्मादी भीड़ ने सिद्धिविनायक मंदिर में की तोडफोड, प्रतिमाएं भी नष्ट कीं.. pic.twitter.com/Db5q9aw6OD
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) August 5, 2021
बच्चे की गिरफ्तारी के खिलाफ पाकिस्तान के कराची में हिंदू समुदाय ने जमकर विरोध जताया था। उनके साथ अल्पसंख्यक ईसाई और पारसी समुदाय के लोग भी थे। कराची के मुफ्ती फैसल ने भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था और मंदिर तोड़ने के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की थी। प्रदर्शन के दौरान जय श्री राम और बम-बम भोले के नारे भी खूब लगे थे।
बता दें कि बीते कुछ समय से पाकिस्तान में हिंदू और सिख समुदाय पर हमले बढ़े हैं। कुछ दिन पहले हिंदू और सिख युवतियों को अगवा कर जबरन शादी करने की घटनाएं भी यहां हुई थीं।