USA On Democracy In India: भारत में लोकतंत्र को खतरे में बताने वाले राहुल गांधी को अमेरिका का झटका, कहा- भारत में जीवंत है डेमोक्रेसी
राहुल गांधी आरोप भी लगाते हैं कि भारत की संवैधानिक संस्थाओं पर भी बीजेपी और आरएसएस ने कब्जा कर लिया है। वहीं, अमेरिका की सरकार कह रही है कि भारत में लोकतंत्र जीवंत है। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के रणनीतिक संवाद समन्यवयक जॉन किर्बी ने ये बयान दिया है।
वॉशिंगटन। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी आजकल अमेरिका दौरे पर हैं। वो इससे पहले ब्रिटेन गए थे। अपने इन विदेश दौरों के अलावा भारत में भी राहुल गांधी लगातार आरोप लगाते हैं कि भारत में मोदी सरकार के दौर में लोकतंत्र खतरे में है। राहुल गांधी ये आरोप भी लगाते हैं कि भारत की संवैधानिक संस्थाओं पर भी बीजेपी और आरएसएस ने कब्जा कर लिया है। वहीं, अमेरिका की सरकार कह रही है कि भारत में लोकतंत्र जीवंत है। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के रणनीतिक संवाद समन्यवयक जॉन किर्बी ने ये बयान दिया है। जॉन किर्बी ने कहा कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र है और कोई भी दिल्ली जाकर इसे खुद देख सकता है।
किर्बी के बयान से साफ है कि अमेरिका की सरकार ने भारत में लोकतंत्र को लेकर उठाए जा रहे सवालों को साफ तौर पर खारिज कर दिया है। किर्बी ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि भारत में लोकतांत्रिक संस्थानों की मजबूती को लेकर आगे भी चर्चा होती रहेगी। उन्होंने कहा कि हम अपने मित्र देशों से अपनी चिंताओं को जाहिर करने में कोई शर्म नहीं करते। जॉन किर्बी ने कहा कि पीएम मोदी का 21 से 24 जून तक अमेरिका का दौरा भारत और अमेरिका के रिश्तों को मजबूत करेगा। सुनिए जॉन किर्बी ने भारत में लोकतंत्र और अन्य मसलों पर क्या कहा।
VIDEO | “India is a vibrant democracy. Anybody who happens to go to New Delhi can see that for themselves. And certainly, I would expect that strength and health of democratic institutions will be part of the discussion (during PM Modi’s US visit later this month),” says John… pic.twitter.com/Hz0wPrMnLi
— Press Trust of India (@PTI_News) June 6, 2023
पीएम नरेंद्र मोदी अपने अमेरिका दौरे में वहां की संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित भई करने वाले हैं। मोदी को जो न्योता भेजा गया है, उसमें लिखा है कि ये हमारे लिए सम्मान की बात होगी। इस निमंत्रण पत्र पर सीनेट के नेता चक शूमर, केविन मैक्कार्थी, मिच मैक्कॉनेल और हकीम जेफ्री समेत कई सांसदों के दस्तखत हैं। मोदी को अमेरिका में एक और कार्यक्रम में हिस्सा लेना है। इस बारे में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बीते दिनों उनसे कहा था कि आपके इस प्रोग्राम में तमाम लोग आना चाहते हैं और मैं काफी मुश्किल में हूं। इससे पहले मोदी को ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनिस ने बॉस भी बताया था।