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Shivpal Singh Yadav: बदायूं सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं अखिलेश यादव के चाचा?, शिवपाल सिंह यादव के ताजा बयान से चर्चा का बाजार गर्म

Shivpal Singh Yadav: पहले अखिलेश यादव ने बदायूं सीट के लिए धर्मेंद्र यादव का नाम जारी किया था, लेकिन बाद में शिवपाल सिंह यादव को यहां उम्मीदवार बनाने का फैसला किया। बीजेपी ने बदायूं सीट से इस बार दुर्विजय सिंह शाक्य को टिकट दिया है। इस बीच शिवपाल के बयान से चर्चा तेज है कि वो लड़ना नहीं चाहते।

सैफई। शिवपाल सिंह यादव यानी समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा यूपी की बदायूं सीट से लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी हैं, लेकिन उनके ताजा बयान ने इन चर्चाओं को फिर तेज किया है कि शिवपाल यहां से चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए अपने बेटे आदित्य यादव के बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा कि अभी तो हम ही लड़ रहे हैं। पार्टी जो भी निर्देश देगी, उसका पालन करूंगा।

Shivpal Singh Yadav

बीते दिनों सपा के अंदरखाने के सूत्रों के हवाले से मीडिया में खबर आई थी कि शिवपाल सिंह यादव बदायूं सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। खबर ये थी कि इसी वजह से बदायूं का दौरा शिवपाल ने टाल दिया था। यहां तक कि उनके बेटे आदित्य यादव का भी बदायूं दौरा 2 बार टल गया। शिवपाल सिंह यादव अभी यूपी विधानसभा के सदस्य हैं। बदायूं सीट पर सपा उनको लड़ाकर बीजेपी को बाजी में हराने की अपेक्षा रखती है। पहले अखिलेश यादव ने बदायूं सीट के लिए धर्मेंद्र यादव का नाम जारी किया था, लेकिन बाद में शिवपाल सिंह यादव को यहां उम्मीदवार बनाने का फैसला किया। बीजेपी ने बदायूं सीट से इस बार दुर्विजय सिंह शाक्य को टिकट दिया है।

बदायूं सीट से 2019 में बीजेपी के टिकट पर संघमित्रा मौर्य ने जीत हासिल की थी। संघमित्रा को उम्मीद तो बहुत रही होगी कि बीजेपी एक बार फिर उनको बदायूं सीट से लोकसभा चुनाव लड़ाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। माना जा रहा है कि संघमित्रा का टिकट उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के हिंदू धर्म विरोधी बयानों की वजह से कट गया। हालांकि, संघमित्रा ने बयान जारी कर कहा है कि वो बीजेपी नेतृत्व के फैसले का सम्मान करती हैं और दुर्विजय सिंह शाक्य को जिताने के लिए काम करेंगी।