बेंगलुरु। हिजाब विवाद में अब हिंसा होनी भी शुरू हो गई है। घटना कर्नाटक के शिवमोगा जिले में रविवार रात को हुई। यहां 26 साल के बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा की चाकू मारकर जान ले ली गई। हत्या की वारदात के बाद शिवमोगा में तनाव फैल गया है। यहां धारा 144 लगाकर दो दिन के लिए सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। पुलिस के मुताबिक हर्षा ने फेसबुक पोस्ट में हिजाब के खिलाफ और भगवा शॉल के समर्थन में लिखा था। हत्या की ये घटना कांग्रेस नेता की धमकी के बाद हुई है। कांग्रेस के नेता मुकर्रम खान का एक वीडियो पिछले दिनों वायरल हुआ था, जिसमें वो कहते दिखे थे कि हिजाब का विरोध करने वालों को टुकड़ों में काट दिया जाएगा।
बता दें कि हिजाब का विवाद जनवरी में उडुपी से शुरू हुआ था। तभी से बजरंग दल के लोग इस मामले के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। ऐसे में पुलिस का कहना है कि प्राथमिक तौर पर उसे हर्षा की हत्या में साजिश दिख रही है। बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या के बाद पुलिस और चौकस हो गई है और हालात को काबू में करने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। बजरंग दल और कई हिंदू संगठन स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पहनकर छात्राओं के आने का लगातार विरोध कर रहे हैं। कोपा में तो एक सरकारी स्कूल के छात्रों ने भगवा पट्टवसत्र पहनकर हिजाब का विरोध भी किया था।
हिजाब विवाद कर्नाटक से शुरू हुआ और देश के कई राज्यों तक फैला। यूपी में भी हिजाब पहनने की शुरुआत हुई, लेकिन स्कूल-कॉलेजों और मुख्य बाजारों तक इस आंदोलन को बढ़ने से पुलिस ने सख्ती से रोक दिया। कर्नाटक हाईकोर्ट में इस मामले पर सुनवाई जारी है और हाईकोर्ट ने अंतरिम आदेश में साफ कहा है कि किसी भी शिक्षण संस्थान में छात्र किसी भी तरह का धार्मिक परिधान पहनकर नहीं जा सकते। इस मामले में याचिका दाखिल करने वाली 6 मुस्लिम छात्राओं की तरफ से पैरवी करने का जिम्मा कांग्रेस से संबद्ध वकील देवदत्त नायक ने उठा रखा है।