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Akshay Navami 2022: कल मनाई जाएगी अक्षय नवमी, भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का पाना है आशीर्वाद तो जरूर करें ये काम

Akshay Navami 2022: कहते हैं जो भी इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करता है तो उसे भगवान विष्णु की कृपा मिलती है। वो इसलिए क्योंकि आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास माना जाता है। इसके अलावा इससे आपको धन की देवी मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद मिलता है।

नई दिल्ली। बीता अक्टूबर का महीना त्योहारों से भरा हुआ था। इस महीने में दशहरा, दिवाली, रक्षाबंधन और भाई दूज जैसे कई त्योहार मनाए गए। अब अगले महीने नवंबर की शुरूआत हो चुकी है। इस महीने में भी कई खास मौके हैं। नवंबर महीने के दूसरे दिन यानी 2 तारीख को आंवला नवमी (Amla Navami 2022) मनाई जाएगी। इसे कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है। आंवला नवमी को कई जगहों पर अक्षय नवमी भी कहा जाता है। इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने का विधान है। तो कहते हैं जो भी इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करता है तो उसे भगवान विष्णु की कृपा मिलती है। वो इसलिए क्योंकि आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास माना जाता है। इसके अलावा इससे आपको धन की देवी मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद मिलता है। तो अगर आप भी जीवन में सुख-शांति और खुशहाली चाहते हैं तो इस दिन  आंवले के पेड़ की पूजा जरूर करनी चाहिए। अब चलिए आपको बताते हैं क्या है इस दिन पूजा का मुहूर्त…

Amla Navami 2022.

कब है आंवला नवमी (Amla Navami 2022 Date)

इस बार आंवला नवमी 2 नवंबर 2022 को बुधवार के दिन मनाई जाएगी। इस दिन लोग आंवले के पेड़ पर सूत बांधने के बाद परिक्रमा करते हैं। कहते हैं ऐसा करने से भगवान भक्त की हर इच्छा को पूरा करते हैं।

ये है आंवला नवमी 2022 पर मुहूर्त (Amla Navami 2022 Muhurat)

हिंदू पंचांग की मानें को तो इस बार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अक्षय नवमी तिथि 01 नवंबर 2022 को रात 11 बजकर 04 मिनट से शुरू होगी जो कि अगले दिन 02 नवंबर 2022 को रात 09 बजकर 09 मिनट पर खत्म होगी।

इस दिन पूजा का मुहूर्त सुबह 06 बजकर 34 मिनट से दोपहर 12.04 तक रहेगा।

अभिजित मुहूर्त सुबह 11:55 से शुरू होगा जो दोपहर 12:37 तक रहेगा।

Amla Navami 2022..

क्या है आंवला नवमी का महत्व (Amla Navami Importance)

  • पद्मपुराण की मानें तो आंवले के पेड़ को विष्णु का ही रूप माना जाता है। कहते हैं जो भी इस दिन (आंवला नवमी) आंवले के वृक्ष की पूजा करता है तो इससे उस व्यक्ति के समस्त पाप और कष्ट दूर हो जाते हैं।
  • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु के साथ ही ऊपर ब्रह्मा, स्कंद में रुद्र, शाखाओं में मुनिगण, पेड़ के पत्तों में वसु, फूलों में मरुद्गण और फलों में प्रजापति का भी वास होता है। यही वजह है कि इनकी उपासना से व्यक्ति को धन, विवाह, संतान, दांपत्य जीवन जिस भी तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था वो दूर हो जाता है।