नई दिल्ली। देश भर के मंदिरों और घरों में 31 अगस्त को गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा पधारे थे। आज शुक्रवार यानी 9 सितंबर को उन्हें आए हुए 9 दिन पूरे हो चुके हैं। आज उन्हें सम्मानपूर्वक विदाई दी जाएगी। गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2022) के दिन भक्तगण घरों में गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित करते हैं और पूरे 10 दिनों तक बप्पा की पूजा-अर्चना करते हुए उनकी सेवा करते हैं। इसके बाद अनंत चतुर्थी के दिन गणपति बप्पा का विसर्जन कर दिया जाता है, जो कि आज पड़ रही है। अनंत चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को काफी भव्य तरीके से तैयार किया जाता है और लोग होली खेलते हुए ढ़ोल की धुन पर नाचते हुए उनकी झांकियां निकालते हैं। इसके बाद उन्हें भ्रमण कराते हुए किसी प्रवाहित जल के पास ले जाकर भगवान का पानी में विसर्जन कर देते हैं। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन की कई परेशानियां दूर होती हैं। वैसे तो बप्पा को सुबह-सुबह विदा कर देना अच्छा होता है, लेकिन अगर आप सुबह उन्हें विदा नहीं कर पाए हैं तो भी दिन के अन्य मुहूर्तों में भी बप्पा का विसर्जन कर सकते हैं, तो कौन से हैं विसर्जन के शुभ मुहूर्त? साथ ही ये भी जानते हैं इस दिन किए जाने वाले खास उपायों के बारे में…
शुभ मुहूर्त
- सुबह का शुभ-मुहूर्त- गणेश विसर्जन का सुबह का शुभ मुहूर्त 9 सितंबर की 6 बजकर 3 मिनट से शुरू होकर सुबह ही 10 बजकर 44 मिनट पर समाप्त हो जाएगा।
- दोपहर का शुभ मुहूर्त- गणेश विसर्जन का दोपहर का शुभ मुहूर्त 12 बजकर 18 मिनट से शुरू होकर 1 बजकर 52 मिनट पर समाप्त हो जाएगा।
- शाम का शुभ मुहूर्त- गणेश विसर्जन का शाम का शुभ मुहूर्त 5 बजे शुरू होकर 6 बजकर 31 मिनट पर समाप्त हो जाएगा।
गणेश विसर्जन से पहले किए जाने वाले खास उपाय
1.गणेश विसर्जन से पहले बप्पा को गुड़ और गाय के घी से बना भोग अर्पित करने से दरिद्रता से छुटकारा मिलता है।
2.विसर्जन से पूर्व बप्पा को चार नारियल की माला बनाकर अर्पित करने से बिगड़ते कार्य बन जाते हैं।
3.भगवान को विदा करने से पहले हल्दी में सिंदूर मिलाकर गणेश जी को अर्पित करने से शादी में आने वाली सभी अड़चनें दूर हो जाती हैं साथ ही जीवनसाथी भी अच्छा मिलता है।
4.बप्पा को केले से बनी माला अर्पित करने के बाद उनका विसर्जन करने से वाणी दोष से मुक्ति मिलती है।