नई दिल्ली। लड़का हो या लड़की, खूबसूरत दिखने की चाहत हर किसी की होती है। लड़के अपने आप को अट्रैक्टिव बनाने के लिए अलग-अलग कपड़ों को पहनते हैं। बात अगर महिलाओं की करें तो एक महिला की खूबसूरती में उनका चेहरा और बाल दो ऐसी चीज हैं जो हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींचते हैं। जब भी कहीं जाना होता है तो महिलाएं तरह-तरह के बाल बनाती है। कभी जूड़ा तो कभी चोटी बनाकर महिलाएं दूसरों का ध्यान अपनी तरफ खींच ही लेती हैं। आज कल के दौर में हर महिला बालों को खुले रखना पसंद करती है जिससे वो खूबसूरत तो लगती है लेकिन क्या आप जानते हैं बालों को खुला रखने के कई नुकसान भी हैं। खुले बाल आपको कई तरह की मुसीबतों में डाल सकते हैं। तो चलिए जानते हैं खुले बालों आपके लिए किस तरह से नुकसान पहुंचा सकता हैं।
क्यों नहीं रखने चाहिए खुले बाल
- मान्यताओं के अनुसार, बालों से कई तरह की तंत्र मंत्र किए जाते हैं। अगर बालों को खुला रखा जाए तो नकारात्मक शक्तियां जल्दी ही आकर्षित हो जाती हैं और आपके ऊपर हावी हो जाती है।
- अगर कोई भी महिला खुले बालों में कहीं बाहर जाती है तो कोई भी आसानी से नकारात्मक शक्तियों और तंत्र क्रिया करके उसे अपना शिकार बना सकते हैं।
- खुले बालों को लेकर एक और मान्यता ये भी है कि खुले और उलझे बाल, अशुभ और अमंगलकारी होते हैं।
- मान्यताओं की मानें तो रात के समय तो भूलकर भी बाल खुले नहीं रखने चाहिए, ऐसा करने से परिवार में दुख और तकलीफें बनी रहती हैं।
• मान्यता है कि केवल शोक के समय ही स्त्रियां अपने बालों को खोलकर रखती हैं। इसके अलावा हमें हमेशा ही अपने बालों को खुला रखना चाहिए। - पौराणिक मान्यताओं की मानें तो जब देवी सीता का प्रभु श्रीराम से विवाह हुआ था तो उनकी माता सुनयना ने अपनी बेटी सीता के बालों को बांधा था। माता सुनयना ने देवी सीता से कहा था कि बालों को कभी भी खुला मत रखना। ऐसे करने से रिश्ते बिखर जाते हैं और बालों को बांधकर रखने से रिश्ते भी बंधे रहते हैं।
- पौराणिक कथा की मानें तो माता कैकई जब नाराज होकर कोपभवन चली गई थी तो उन्होंने अपने बाल खोले हुए थे। इसी अवस्था में उन्होंने रुदन (रोना) किया था, जिसका गंभीर परिणाम भी देखा गया था।
- महाभारत में जब द्रोपदी का भरी सभा में अपमान हुआ था तो इसके बाद उन्होंने अपने केश खोल दिए थे। जिसका नतीजा धृतराष्ट्र के सारे बेटों और अन्य रिश्तेदारों की तबाही के रूप में हम सबने देखा।