नई दिल्ली। हिंदू धर्म के लोग पूरे साल बड़ी बेसब्री से जिस पर्व यानी गणेश चतुर्थी का इंतजार करते हैं, वो त्योहार इसी सप्ताह आने वाला है। गणेश चतुर्थी का त्योहार हर साल भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है, जो अगस्त के आखिरी हफ्ते में पड़ने वाली 31 तारीख को आएगी। गणेशोत्सव 31 तारीख से आरंभ होकर पूरे 10 दिनों तक चलेगा और इसका समापन 9 सितंबर को किया जाएगा। इस पर्व के अंतिम दिन अगले साल जल्दी आने की कामना करते हुए बप्पा का विसर्जन कर उन्हें धूमधाम से विदा किया जाएगा। अगर आप भी भी इस बार अपने घर में भगवान गणपति की स्थापना करने वाले हैं तो ये खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। इस खबर में हम आपको बताने वाले हैं कि भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करने की सही दिशा, मूर्ति का रंग और सूंड की दिशा क्या होनी चाहिए? साथ ही ये भी बताएंगे कि विघ्नहर्ता की मूर्ति खरीदते समय किन विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। तो आइए जानते हैं, कौन सी हैं वो खास बातें…
1.भगवान गणेश की मूर्ति खरीदते समय उनके हाव-भाव और मुद्रा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। ललितासन यानी बैठी हुई मुद्रा में बप्पा की मूर्ति सबसे शुभ मानी जाती है। इस प्रकार की प्रतिमा घर में सुख-समृद्धि और शांति लाती है।
2.श्री गजानन की लेटे हुए अवस्था में प्रतिमा को भी घर लाना काफी अच्छा माना जाता है।
3.गणेश जी की सूंड की दिशा हमेशा बाईं ओर झुकी हुई होनी चाहिए। इस प्रकार की मूर्ति को स्थापित करने से घर में सुख-समृद्धि और सफलता आती है।
4.कहा जाता है कि दाईं ओर झुकी हुई सूंड वाले गणेश जी की मूर्ति लाने से उन्हें प्रसन्न करना काफी मुश्किल होता है।
5.इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि गणेश जी की मूर्ति में मूषकराज और भगवान के हाथों में मोदक हो। ऐसी मूर्ति काफी शुभ होती है।
6.वास्तु शास्त्र के अनुसार, लाल सिंदूर के रंग की गणेश मूर्ति घर पर स्थापित करने से परिवार के लोगों के आत्म विश्वास में वृद्धि होती है।
7.सफेद रंग की बप्पा की मूर्ति घर लाने से सुख-समृद्धि और शांति आती है।
8.श्री गणेश की मूर्ति स्थापित करते समय दिशा का हमेशा ध्यान रखें। भगवान की मूर्ति की स्थापना घर की उत्तर दिशा में करनी चाहिए। कहा जाता है इस दिशा में मां लक्ष्मी और शिवजी वास करते हैं।
9.भगवान का मुख हमेशा घर के मुख्य द्वार की ओर रखना चाहिए।