नई दिल्ली। मासिक शिवरात्रि (Monthly Shivratri) हर महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है। हर महीने में कृष्ण पक्ष और इस पक्ष की चतुर्दशी तिथि आती है। लिहाज़ा इस संयोग को मासिक संयोग कहते हैं। ऐसी मासिक शिवरात्रि पर विधि-विधान से भस्म रमैया का पूजन-अर्चन करना कम प्रयास में भी अधिक फलदेने वाला होता है। माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि को आस्था के साथ एकग्र होकर व्रत रखने से भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है और शिव जी की कृपा प्राप्त होती है।
मासिक शिवरात्रि शुभ पूजा मुहूर्त
मार्गशीर्ष, कृष्ण चतुर्दशी
प्रारम्भ – 08:26 पी एम, दिसम्बर 02
समाप्त – 04:55 पी एम, दिसम्बर 03
से तो महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) साल भर में एक बार ही पड़ती है। जिसमें भक्तों को भोलेनाथ की कृपा पाने का मौका मिलता है। लेकिन कम लोग ही जानते हैं कि इसके अलावा हिंदू शास्त्रों के अनुसार शिवरात्रि हर माह भी पड़ती है। हर माह पड़ने वाली शिवरात्रि भी नीलकंठ की कृपा पाने का उत्तम साधन है।
श्रद्धालुओं को शिवरात्रि के दौरान जागी रहना चाहिए और रात्रि के दौरान भगवान शिव की पूजा करना चाहिए। अविवाहित महिलाएं इस व्रत को विवाहित होने हेतु एवं विवाहित महिलाएं अपने विवाहित जीवन में सुख और शान्ति बनाये रखने के लिए इस व्रत को करती है।