नई दिल्ली। नरसिंह जयंती (Narasimha Jayanti) वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हर वर्ष मनाई जाती है। ये दिन भगवान नरसिंह जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, भगवान नरसिंह जी का अवतरण वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन हुआ था। इस साल यह तिथि 25 मई 2021 को पड़ रही है। इसलिए नरसिंह जयंती 25 मई को मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान नरसिंह जगत के पालनहार विष्णु जी के छठे अवतार हैं।
नरसिंह जयंती महत्व
नरसिंह जयंती के दिन ही भगवान विष्णु ने आधा नर और आधा सिंह का अवतार लिया था जिसे नरसिंह अवतार के रूप में जाना जाता है। इस पर्व को पूरे देश में मनाया जाता है। दक्षिण भारत में वैष्णव संप्रदाय के मानने वाले इस पर्व को बहुत श्रद्धा भाव से मनाते हैं। मान्यता है कि नरसिंह भगवान विपत्ति के समय अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। नरसिंह जयंती वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है। इस बार यह चतुर्थी 6 मई यानी कल पड़ रही है। माना जाता है कि नरसिंह भगवान हर बड़े संकट से बचाते हैं। जिन लोगों के जीवन में आर्थिक संकट बना हुआ है, शत्रु परेशान कर रहे हैं या फिर कोई रोग लगातार पीड़ा पहुंचा रहा है तो ऐसे में नरसिंह जयंती पर भगवान नरसिंह की पूजा अच्छे परिणाम देने वाली मानी जाती है।
नरसिंह जयंती पूजा मुहूर्त
नरसिंह जयंती के दिन शाम को पूजा के लिए 02 घंटे 38 मिनट का समय प्राप्त हो रहा है। ऐसे में 25 मई को शाम 04 बजकर 32 मिनट से शाम 07 बजकर 38 मिनट के मध्य तक भगवान नरसिंह की पूजा की जा सकती है।