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Hanuman Jayanti 2022: इस बार हनुमान जयंती पर बन रहा ये दुर्लभ संयोग, जानें शुभ-मुहूर्त और पूजा-विधि

Hanuman Jayanti 2022: क्यों महत्वपूर्ण है ये संयोग और भगवान की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है आइये जानते हैं… ज्योतिष शास्त्र में मंगल और शनि दोनों ही क्रूर ग्रह माने जाते हैं। ऐसे में हनुमान जयंती पर भगवान हनुमान की पूजा करके दोनों ग्रहों के दोषों को शांत किया जा सकता है।

नई दिल्ली। आज श्री राम के परम भक्त भगवान हनुमान का दिन है। आज देश भर में हनुमान जयंती का पर्व मनाया जा रहा है। हनुमान जी का जन्म चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस साल हनुमान जयंती का पर्व बड़े ही दुर्लभ संयोग के साथ आया है। इस बार हनुमान जयंती 16 अप्रैल, शनिवार को पड़ रही है, जो कि मारुति का प्रिय दिन है। इसके अलावा इस दिन शनिदेव भी मकर राशि में विराजमान रहेंगे। यही कारण है कि इसे दुर्लभ संयोग माना जा रहा है, जो 31 साल बाद बन रहा है। इससे पहले ये संयोग 1991 में बना था। क्यों महत्वपूर्ण है ये संयोग और भगवान की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?, आइये जानते हैं… ज्योतिष शास्त्र में मंगल और शनि दोनों ही क्रूर ग्रह माने जाते हैं। ऐसे में हनुमान जयंती पर भगवान हनुमान की पूजा करके दोनों ग्रहों के दोषों को शांत किया जा सकता है।

शुभ मुहूर्त

हनुमान जयंती के दिन सुबह 8 बजकर 40 मिनट तक हस्त नक्षत्र लग रहा है। इसके बाद से चित्रा नक्षत्र शुरू हो जाएगा। ये दोनों ही नक्षत्र मांगलिक और शुभ कार्यों के लिए काफी अच्छे माने जाते हैं। अभिजित मुहूर्त 11 बजकर 55 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक बना रहेगा। और भगवान की पूजा के लिए ये मुहूर्त ही सर्वश्रेष्ठ होगा।

पूजा-विधि

हनुमान जयंती पर हनुमान जी के सामने तेल या घी का दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। हो सके तो सुंदरकांड का पाठ करें। इस दिन उड़द-दाल के आटे से दीपक बनाकर सूत के धागे से बत्ती बनाकर दीपक जलाना काफी शुभ माना जाता है।