newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Cryptocurrency fraud: मीठी छुरी बनकर ‘क्रिप्टो क्वीन’ ने निवेशकों को लुभाया, 30000 करोड़ लेकर हुई फरार

Cryptocurrency fraud: फ्रॉड करने वाली महिला का नाम है रुजा इग्नातोवा, जो ख़ुद को क्रिप्टोकरेंसी की महारानी कहा करती थीं। रुजा इग्नातोवा बुल्गारिया की एक कंपनी की ओर से लॉन्च की गई क्रिप्टोकरेंसी ‘वनकॉइन’ की ब्रांड एम्बेसडर भी थी।

नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक ऐसी करेंसी है, जो बिजनेस की दुनिया में हमेशा सुर्ख़ियों में बनी रहती है। आज हर को क्रिप्टोकरेंसी में ही निवेश करना चाहता है। क्रिप्‍टोकरेंसी के बढ़ते इस्‍तेमाल के साथ इससे जुड़े अपराध भी बढ़ रहे हैं। आज हम Cryptocurrency  के नाम पर हुए सबसे बड़े फ्रॉड की कहानी बताने जा रहे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी की इस फ्रॉड के पीछे किसी शातिर आदमी का नहीं बल्कि एक बेहद ही खूबसूरत महिला का हाथ है।

फ्रॉड करने वाली महिला का नाम है रुजा इग्नातोवा, जो ख़ुद को क्रिप्टोकरेंसी की महारानी कहा करती थीं। रुजा इग्नातोवा बुल्गारिया की एक कंपनी की ओर से लॉन्च की गई क्रिप्टोकरेंसी ‘वनकॉइन’ की ब्रांड एम्बेसडर भी थी। रुजा इग्नातोवा ने पूरी दुनिया में घूम घूम कर कहा कि वनकॉइन भविष्य की करेंसी है। इसमें निवेश करना बेहद सुरक्षित है और सबसे ज्यादा फायदा देने वाली करेंसी भी यही है। यही नहीं, रुजा ने वनकॉइन को बिटकॉइन किलर करार दिया। मार्केट भी यही संकेत दे रहा था। वनकॉइन की कीमतें लगातार बढ़ रही थी और लोग उसमें जमकर पैसा लगा रहे थे।

रुजा इग्नातोवा ने ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और जर्मनी की एक यूनिवर्सिटी से पीएचडी की है। पीएचडी के बाद उन्होंने मैकेंजी ऐंड कंपनी के साथ काम किया। ये कंपनी दुनिया की जानी मानी बिजनेस कंसल्टिंग कंपनी है। रुजा ने OneCoin नाम से अपनी क्रिप्टोकरेंसी को 2014 में लॉन्च किया। इस क्रिप्टोकरेंसी ने 2 साल तक लाखों इनवेस्टर्स को अट्रैक्ट किया। रुजा ने महज तीन सालों (2014-2016) के बीच दुनिया भर से करीब 12 बिलियन डॉलर बटोरे। उसे पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी क्वीन कहा जाने लगा था। उस वक्त वनक्वॉइन का पैकेज 140 यूरो से शुरू होकर 18,000 यूरो तक जाता था।

इस दौरान कई क्रिप्टोकरेंसी सपोर्टर OneCoin को लेकर रुजा से सवालों के जवाब चाह रहे थे। रुजा सबके सवालों का जवाब देने  वादा कर फरार हो गई। वो अकेले फरार नहीं हुई थी वो निवेशकों के 30,000 करोड़ रुपये के फ्रॉड को अंजाम दे चुकी थी। अभी वनक्वॉइन के ज्यादातर निवेशक उसकी सच्चाई नहीं जान पाए थे।

आपको बता दें कि OneCoin कोई ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बेस्ड था ही नहीं। ब्लॉकचेन वैसी टेक्वनोलॉजी है जिस पर बिटक्वाइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी काम करती है। लोग केवल रुजा की बातों में आकर इसमें इनवेस्ट कर रहे थे। यानी लोग बिना क्रिप्टो करेंसी को वेरिफाई किए ही अपने पैसे इनवेस्ट करते चले गए और स्कैम का शिकार हो गए। इस वजह से आप अगर नए क्रिप्टो इनवेस्टर है तो आपको कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए। जब भी आप क्रिप्टो में पैसे इनवेस्ट करें तो इसके लिए सही क्रिप्टो एक्सचेंज का ही यूज करें।