नई दिल्ली। आज क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज लोगों में काफी बढ़ रहा है। जिसका नतीजा है कि रोजाना हजारों नए लोग इस बाजार से जुड़ रहे हैं। वहीं अब निवेशक भी ज्यादा मात्रा में क्रिप्टो में निवेश कर रहे हैं। लेकिन क्रिप्टो में अभी कई चीजें ऐसी हैं जो लोगों को समझ नहीं आई है। उन्हीं में से एक है बिटकॉइन और बिटकॉइन कैश। कई लोग इसे एक ही मानते हैं, लेकिन हम आपको बता दें कि यह एक नहीं बल्कि एक-दूसरे बहुत अलग है। बिटकॉइन और बिटकॉइन कैश दो अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी हैं। जो एक दूसरे से अलग और स्वतंत्र रूप से काम करती हैं। इन दोनों में काफी तकनीकी फर्क भी देखा जाता है।
हालांकि इन दोनों को इनके नाम या फिर टोकन सिंबल के नाम से न पहचाना जा सकता है। यह तो सभी जानते हैं कि बिटकॉइन दुनिया की सबसे पॉपुलर और मार्केट कैप के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी मानी जाती है। जिसकी शुरुआत साल 2009 में ही हो गई थी। लेकिन बिटकॉइन कैश 2017 में बिटकॉइन से अलग हुआ था, और एक अलग क्रिप्टोकरेंसी के तौर पर आगे बढ़ा। कहते हैं कि बिटकॉइन की शुरुआत सातोषी नाकामोतो के छद्म नाम से किसी शख्स या कई लोगों ने मिलकर की थी।
इसलिए हुई बिटकॉइन कैश की शुरुआत
बिटकॉइन की शुरुआत के सालों में तो शांति रही, लेकिन फिर कुछ ही वक्त में ये बड़ा और पॉपुलर होता गया। यह जितना बड़ा होता गया करेंसी बनने के अपने शुरुआती लक्ष्य से अलग यह निवेश करने का माध्यम बन गया। जिस वजह से इसे ओरिजिनल आइडिया का हवाला दिया गया और 2017 में बिटकॉइन कैश की शुरुआत की गई। हालांकि कई मामलों में बिटकॉइन कैश बिटकॉइन के जैसा ही है, लेकिन इसमें कई चीजें अलग हैं। सबसे बड़ा फर्क दोनों में ये है कि दोनों के नाम तो लगभग एक जैसे हैं लेकिन यह दोनों बिल्कुल अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी हैं।