वॉशिंगटन। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बीते कुछ दिनों में भारतीय रुपया काफी कमजोर हुआ है। 1 डॉलर की कीमत 82.35 रुपए तक जा पहुंची है। इस मुद्दे पर विपक्ष लगातार केंद्र की मोदी सरकार को घेर रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपए के इस भाव से विदेश से आयात वगैरा पर भी असर पड़ता है। इसके अलावा विदेश पढ़ने जाने वालों को भी ज्यादा रकम खर्च करनी होती है। इन सब चिंताओं के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि रुपया कमजोर नहीं हो रहा है। अमेरिका दौरे पर गईं वित्त मंत्री ने शनिवार को कहा कि हमें इस हालात को ऐसे देखना चाहिए कि अमेरिकी डॉलर मजबूत हो रहा है।
#WATCH | USA: Finance Minister Nirmala Sitharam responds to ANI question on the value of Indian Rupee dropping against the Dollar as geo-political tensions continue to rise, on measures being taken to tackle the slide pic.twitter.com/cOF33lSbAT
— ANI (@ANI) October 16, 2022
निर्मला सीतारमण ने इस बारे में मीडिया के सवाल पर कहा कि दूसरे देशों की मुद्रा को देखें, तो डॉलर के मुकाबले रुपए की स्थिति काफी अच्छी है। उन्होंने ये भी कहा कि मैक्रो इकोनॉमिक्स के तहत भी भारत अच्छी हालत में है। विदेशी मुद्रा का भंडार भी काफी है। उन्होंने हालांकि माना कि मुद्रास्फीति है, लेकिन साथ ही कहा कि इसे कम करने की कोशिश लगातार की जा रही है। निर्मला ने ये भी साफ कर दिया कि डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरावट को थामने के लिए रिजर्व बैंक RBI अपनी तरफ से फिलहाल कोई कदम नहीं उठाने जा रहा है। उन्होंने कहा कि चिंता की बात नहीं है और भारत आरामदायक स्थिति में है।
आने वाले वक्त में जी-20 देशों की बैठक होनी है। इस बारे में पूछे गए सवाल पर वित्त मंत्री ने कहा कि विकसित देशों को आर्थिक और राजनीतिक फैसलों के दुनिया में फैलने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। क्रिप्टोकरेंसी के बारे में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि जी-20 के सदस्य देश इस बारे में चर्चा करें और किसी फैसले तक पहुंचें। ताकि सभी देशों में तकनीकी रूप से क्रिप्टोकरेंसी पर नियामक ढांचा बनाया जा सके।