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कोरोना प्रकोप के बीच भारत का उपभोक्ता खाद्य महंगाई दर मई में 9.28 प्रतिशत

सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि भारत की उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मई 2020 में 9.28 प्रतिशत रही है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण हालांकि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक या खुदरा महंगाई पर आंकड़े का पूरा सेट जारी नहीं किया है।

A vendor arranges lemons at his stall of vegetables at a market in Chennai July 14, 2014. REUTERS/Babu/Files

नई दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि भारत की उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) मई 2020 में 9.28 प्रतिशत रही है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण हालांकि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक या खुदरा महंगाई पर आंकड़े का पूरा सेट जारी नहीं किया है।

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सीएफपीआई की रीडिंग खाद्य उत्पादों के खुदरा मूल्य में बदलावों को मापती है। एनएसओ ने कहा, “उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के लिए अखिल भारतीय वर्ष दर वर्ष महंगाई दर मई 2020 के लिए ‘ग्रामीण, शहरी और संयुक्त’ सेक्टर के लिए क्रमश: 9.69 प्रतिशत, 8.36 प्रतिशत और 928. प्रतिशत है।”

क्रमिक तुलनात्मक संदर्भ में सीएफपीआई रीडिंग अप्रैल 2020 में 151.7 थी, जो मई में बढ़कर 151.9 हो गई। मार्च में खाद्य महंगाई दर फरवरी 2020 के 10.81 प्रतिशत की तुलना में घटकर 8.76 हो गई थी।

 

 

एनएसओ ने कहा है, “मई 2020 में भी बाजार में उत्पादों का सीमित लेनदेन जारी रहने के मद्देनजर सब-ग्रुप्स के प्राइस मूवमेंट या ग्रुप्स ऑफ सीपीआई को जारी करने का निर्णय लिया गया है।”