नई दिल्ली। देशभर में कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण की दूसरी लहर अब धीमी पड़ती जा रही है और मौतों के आंकड़े में भी पहले की तुलना में काफी कमी देखी जा रही है। हालांकि इस महामारी के चलते देश के खुदरा और थोक व्यापारियों को भारी नुकसान पड़ा है। ऐसे में खुदरा और थोक व्यापारियों को हुए नुकसान से उबारने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया है। दरअसल सरकार ने अब देश के खुदरा और थोक व्यापारियों को भी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम में शामिल करने का फैसला किया है। इसकी जानकारी खुद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) ने ट्विटर के जरिए दी है।
नितिन गडकरी ने कहा कि, ‘कोविड के दूसरे वेव के कारण आई दिक़्क़तों से खुदरा और थोक व्यापारियों पर पड़े असर को ध्यान में रखते हुए अब इसे MSME के दायरे में लाने का फ़ैसला किया गया है। प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के अंतर्गत इस सेक्टर को लाकर सहायता पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।’
दूसरे ट्वीट में उन्होंने अब खुदरा और थोक व्यापारी भी उद्यम रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे, 2.5 करोड़ से अधिक व्यापारियों को इसका लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हम MSME को देश के इकोनॉमिक ग्रोथ का इंजन बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।