newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

World Bank: विश्व बैंक ने घटाया भारत का वृद्धि दर अनुमान, देश की वृद्धि दर 6.5%, मगर कोई विदेशी कर्ज नहीं

World Bank: ताजा हालातों पर अधिक जानकारी देते हुए दक्षिण एशिया के लिए विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री हैंस टिमर ने बताया, ‘‘भारतीय अर्थव्यवस्था ने दक्षिण एशिया के अन्य देशों की तुलना में मजबूत वृद्धि दर्ज कर अच्छा प्रदर्शन किया है, कोविड के पहले चरण में तेज संकुचन से जोरदार वापसी की है।’’

नई दिल्ली। साल 2022 वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए उतार-चढ़ाव वाला वर्ष रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी। ऐसे में भारत समेत दुनिया के हर देश पर इसका असर दिखाई दिया। ऐसे में विश्व बैंक ने गुरुवार को बिगड़ते अंतरराष्ट्रीय हालात का हवाला देते हुए भारत के वृद्धि दर के अनुमान को घटा दिया है। ताजा अनुमानों के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2022-23 में 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जो जून, 2022 के अनुमान से एक प्रतिशत कम है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक से पहले जारी रिपोर्ट में बैंक ने कहा कि भारत में दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में तुलनात्मक रूप से मजबूत है। बीते वित्त वर्ष के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था में वृद्धि दर 8.7 प्रतिशत रही थी।

ताजा हालातों पर अधिक जानकारी देते हुए दक्षिण एशिया के लिए विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री हैंस टिमर ने बताया, ‘‘भारतीय अर्थव्यवस्था ने दक्षिण एशिया के अन्य देशों की तुलना में मजबूत वृद्धि दर्ज कर अच्छा प्रदर्शन किया है, कोविड के पहले चरण में तेज संकुचन से जोरदार वापसी की है।’’

इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि भारत के ऊपर कोई बड़ा विदेशी कर्ज इस वक्त नहीं है। इसीलिए भारत को इस तरफ से कोई समस्या अभी हाल के भविष्य में नहीं होनी चाहिए और भारत की मौद्रिक नीति पिछले कुछ समय से विवेकपूर्ण रही है। भारतीय अर्थव्यवस्था ने विशेष रूप से सेवा क्षेत्र और विशेष रूप से सेवा निर्यात में अच्छा प्रदर्शन किया है।

आगे जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, ‘इसके बावजूद हमने चालू वित्त वर्ष के लिए अनुमान को घटाया है, क्योंकि भारत और सभी अन्य देशों के लिए अंतरराष्ट्रीय वातावरण बिगड़ रहा है।’ उन्होंने कहा कि कैलेंडर वर्ष की दूसरी छमाही कई देशों के लिए कमजोर है और भारत में भी आने वाले समय में अपेक्षाकृत कमजोर रहेगी।

विश्व बैंक ने गुरुवार को बिगड़ते अंतरराष्ट्रीय हालात का हवाला देते हुए भारत के वृद्धि दर के अनुमान को घटा दिया है। ताजा अनुमानों के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2022-23 में 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जो जून, 2022 के अनुमान से एक प्रतिशत कम है।अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक से पहले जारी रिपोर्ट में बैंक ने कहा कि भारत में दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में तुलनात्मक रूप से मजबूत है। गौरतलब है कि बीते वित्त वर्ष के दौरान भारत की वृद्धि दर 8.7 प्रतिशत पर टिकी रही थी।