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JEE MAIN: शिक्षा मंत्री ने की घोषणा, अब क्षेत्रीय भाषाओं में भी होगी जेईई मेन की परीक्षा

JEE MAIN: नई शिक्षा नीति के अनुरूप, जेईई मेन की संयुक्त प्रवेश बोर्ड ने भारत की अधिकतर क्षेत्रीय भाषाओं में जेईई मेन परीक्षा (JEE Main Examination) आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसकी जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) ने दी।

नई दिल्ली। नई शिक्षा नीति के अनुरूप, जेईई मेन की संयुक्त प्रवेश बोर्ड ने भारत की अधिकतर क्षेत्रीय भाषाओं में जेईई मेन परीक्षा (JEE Main Examination) आयोजित करने का निर्णय लिया है। गुरुवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) ने इस निर्णय की औपचारिक जानकारी दी।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा, “यह परीक्षा क्षेत्रीय भाषाओं में भी आयोजित की जाएगी। जहां राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश परीक्षा क्षेत्रीय भाषा में आयोजित की जाती है। ऐसे राज्यों की राज्य भाषा के आधार पर जेईई मेन परीक्षा हो सकती है।”

इस वर्ष हुई जेईई परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। 40,000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने जेईई एडवांस की परीक्षा उत्तीर्ण की है। इन परीक्षाओं में प्रथम स्थान आईआईटी बॉम्बे जोन के चिराग फलोर ने हासिल किया है। जबकि दूसरे स्थान पर आईआईटी रुड़की जोन की कनिष्का मित्तल हैं।

चिराग ने कुल 396 अंकों में से 352 अंक अर्जित किए हैं। वहीं दूसरे स्थान पर रहने वाली कनिष्का मित्तल ने 396 में से 315 अंक हासिल किए हैं। 1,50,838 छात्र ऐसे हैं, जिन्होंने जेईई मेन परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद जेईई एडवांस की परीक्षा दी थी। इनमें से 43,204 छात्र इन परीक्षाओं में कामयाब हुए हैं।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने जेईई एडवांस की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को बधाई दी। शिक्षा मंत्री ने टॉप करने वाले छात्रों से फोन पर स्वयं बात की। इसके अलावा शिक्षा मंत्री ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को कोरोना संकट की कठिन परिस्थितियों में सफलतापूर्वक परीक्षा करवाने के लिए भी बधाई दी।

डॉ. निशंक ने एनटीए की तारीफ करते हुए कहा, “शिक्षा मंत्रालय ने कोरोना संकट के बावजूद परीक्षाएं करवाने का निर्णय लिया था और इसकी जिम्मेदारी एनटीए को सौंपी थी। एनटीए ने यह जिम्मेदारी बखूबी निभाई है। सभी छात्रों एवं शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए परीक्षा केंद्रों में व्यवस्था की गई थी।”

1 से 6 सितंबर तक जेईई मेन परीक्षा आयोजित की गई थी। जेईई मेन के लिए 8.58 लाख छात्रों ने फॉर्म भरा था। इनमें से 82 प्रतिशत से अधिक छात्रों ने जेईई की परीक्षा दी। जो छात्र जेईई मेन की परीक्षाओं में शामिल हुए हैं, उन्हें नतीजों के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा। जेईई मेन परीक्षाओं का रिजल्ट 11 सितंबर को घोषित कर दिए गए। रिजल्ट घोषित किए जाने के बाद जेईई एडवांस की परीक्षा ली गई है।