मुंबई। अभिनेता रंजीत चौधरी का 65 साल की उम्र में निधन हो गया है। चौधरी दिवंगत अभिनेत्री पर्ल पदमसी के बेटे और दिवंगत विज्ञापन-गुरु एलिक पदमसी के सौतेले बेटे थे। रंजीत की मौत की पुष्टि उनकी बहन राइल पदमसी ने इंस्टाग्राम पर की।
उन्होंने बासु चटर्जी की साल 1978 में आई कॉमेडी फिल्म ‘खट्टा मीठा’ से हिंदी फिल्म में डेब्यू किया था और चटर्जी की ‘बातों बातों में’ (1979), ऋषिकेश मुखर्जी की ‘खूबसूरत’ (1980) और शेखर कपूर की ‘बैंडिट क्वीन'(1994) में भूमिकाओं से अपनी पहचान बनाई। इसके अलावा वे संजय गुप्ता की ‘कांटे’ (2002) में भी नजर आए थे।
अभिनेता के तौर पर चौधरी ने मेहता की फिल्मों ‘बॉलीवुड / हॉलीवुड’ (2002), ‘फायर’ (1998), और ‘कैमिला’ (1994) में काम किया था। उन्होंने मेहता के साथ ‘सैम एंड मी’ के लिए स्क्रिप्ट लेखक के रूप में भी काम किया था।
Miss him – a real loss. https://t.co/1fx0kpth38
— Deepa Mehta (@IamDeepaMehta) April 16, 2020
इस खबर पर दीपा मेहता ने ट्वीट किया, ‘उन्हें याद कर रही हूं, वास्तविक क्षति।’
Gutted to learn of #RanjitChowdhry’s passing. Despite his diminutive frame, he was a towering icon of Indian diaspora cinema and a master of his craft. By far, one of the most endearingly quirky and acerbically witty people I’ve had the pleasure of knowing. A true original!
— Rahul Khanna (@R_Khanna) April 16, 2020
उनके साथ फिल्म ‘बॉलीवुड / हॉलीवुड’ में काम करने वाले राहुल खन्ना ने उनके निधन पर शोक प्रकट करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट किया, “अपने छोटे फ्रेम के बावजूद वह भारतीय डायस्पोरा सिनेमा के आइकन और अपने शिल्प के माहिर थे। सबसे प्रिय, अलग और मजाकिया लोगों में से एक, जिनसे मिलकर मुझे खुशी हुई।”
दीपा मेहता की फिल्मों के अलावा उन्होंने मीरा नायर की साल 1991 में आई फिल्म ‘मिसिसिपी मसाला’, और साल 1996 में आई फिल्म ‘कामसूत्र: ए टेल ऑफ लव’ में भी काम किया था।