newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

#ArrestSwaraBhasker: हिंदू आतंकवाद पर स्वरा भास्कर ने किया ट्वीट, तो लोगों का फूटा गुस्सा, गिरफ्तार करने की उठी मांग

#ArrestSwaraBhasker: फिर क्या था स्वरा भास्कर के इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने स्वरा की जमकर क्लास लगा डाली। इतना ही नहीं लोगों ने धर्म विशेष को आतंकवाद से जोड़कर धार्मिक भावनाएं आहत करने और नफरत फैलाने के लिए उन्हें गिरफ्तार करने की मांग भी कर डाली।

नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर (Swara Bhasker) अक्सर अपने ट्विट्स और बयानों के चलते विवादों में रहती हैं और ट्रोल्स का शिकार भी हो जाती हैं। इसी कड़ी में स्वरा भास्कर ने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्ज़े के बाद पैदा हुए बुरे हालात को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। एक तरफ जहां पूरा देश अफगानी नागरिकों के लिए सहानुभूति जताने वाले ट्वीट्स किए। वहीं दूसरी तरफ स्वरा भास्कर को इससे कोई लेना देना नहीं, वो तो कुछ न कुछ ऐसा लिख देती हैं जिससे कि भले लोग भड़ककर उन्हें ट्रोल करने लगें लेकिन उन्हें बस सस्ती पब्लिसिटी मिल जाए। ऐसा ही कुछ उन्होंने बीते दिन किया। दरअसल ट्विटर पर तालिबान के आतंक का नाम लेकर उन्होंने इसे कथित हिंदू आतंकवाद से जोड़ दिया।

swara bhaskar

स्वरा भास्कर ने ट्वीट कर लिखा, ‘हम हिंदुत्व के आतंक को जायज़ करार देकर तालिबान के आतंक की तबाही पर हैरान नहीं हो सकते और तालिबान के आतंक पर चुप रहकर हिंदुत्व के आतंक से नाराज़ नहीं हो सकते..हमारे मानवीय और नैतिक मूल्य उत्पीड़न करने वाले या उत्पीड़ित की पहचान पर आधारित नहीं होने चाहिए।’

Swara tweet

फिर क्या था स्वरा भास्कर के इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने स्वरा की जमकर क्लास लगा डाली। इतना ही नहीं लोगों ने धर्म विशेष को आतंकवाद से जोड़कर धार्मिक भावनाएं आहत करने और नफरत फैलाने के लिए उन्हें गिरफ्तार करने की मांग भी कर डाली। ट्विटर पर #ArrestSwaraBhaskar पर भी ट्रेंड करने लगा।

आतंकवाद को एक धर्म विशेष से जोड़कर गढी गई हिंदू आतंकवाद की ये घिसी पिटी थ्योरी बहुत पुरानी है। बीते दशकों में यूपीए सरकार के शासनकाल में मालेगांव बम ब्लास्ट, मक्का मस्जिद और अजमेर दरगाह बम ब्लास्ट जैसे मामलों के जरिए देश में हिंदू आतंकवाद या भगवा आतंकवाद की थ्योरी गढ़ी गई थी ताकि देश के बहुसंख्यक हिंदू समाज के माथे पर आतंकवाद का कलंक लगाया जा सके।