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Elvish Yadav FIR: बुरे फंसे एल्विश, हो सकती है इतने सालों की जेल, अगर…!

Elvish Yadav FIR: एल्विश यादव ने अपने ऊपर लगे इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। इन्होंने कहा कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं, जिनमें बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है। मेरे छवि को धूमिल करने के मकसद से मेरे खिलाफ यह साजिश रची गई है।

नई दिल्ली। एल्विश यादव….ये वो नाम है…जिसका खूमार पिछले कुछ दिनों से देश के हर युवक-युवतियों में अपने शबाब पर था, लेकिन अब इस नाम का विवादों से नाता लगातार गहरा होता जा रहा है। एल्विश यादव कोई और नहीं, बल्कि बिग बॉस ओटीटी-2 के विजेता रहे हैं। वो सोशल मीडिया़ पर इन्फ्लुएंसर हैं। इनका यूट्यूब पर अपना चैनल भी है, जिसके 14 मिलिनय से भी ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। यह अपने अनोखे अंदाज के लिए सोशल मीडिया पर काफी चर्चित रहते हैं। बिग बॉस ओटीटी-2 का खिताब जीतने के बाद युवाओं के बीच यह एक प्रभावशाली व्यक्तित्व बनकर उभरे थे, लेकिन जिस तरह से यह विवादों में घिरते जा रहे हैं, उससे उनकी छवि को गहरा झटका लगा है।

elvish yadav

वहीं, बात अगर ताजा विवाद की करें, तो उन पर प्रतिबंधित सांपों के विष की आपूर्ति और अवैध रेव पार्टी आयोजन करने का आरोप लगा है। हालांकि, उन्होंने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है, लेकिन आपको बता दें कि नोएडा सेक्टर-49 की पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों की गिरफ्तारी की है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों ने ही पूछताछ में एल्विश यादव के नाम का खुलासा किया है, जिसके बाद से उनकी गिरफ्तारी की मांग तेज होती जा रही है।

Menka Gandhi

ध्यान दें, बीजेपी नेत्री मेनका गांधी ने भी एल्विश यादव की गिरफ्तारी की मांग की है। दरअसल, एल्विश के खिलाफ यह पूरा मामला ही मेनका गांधी के संगठन ने दर्ज करवाया है। मेनका ने कहा कि जो कोबरा पाइथन वहां से बरामद हुए हैं, वो गैर-कानूनी हैं, लिहाजा एल्विश यादव की गिरफ्तारी होनी चाहिए। एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ऐसे में देखना होगा कि आगामी दिनों में पुलिस क्या कुछ कार्रवाई एल्विश के खिलाफ करती है, लेकिन आइए उससे पहले ये जान लेते हैं कि आखिर अब तक पुलिस ने अपनी कार्रवाई के तहत इस मामले में संलिप्त कितने लोगों को गिरफ्तार किया है।

Elvish Yadav

इन लोगों की हुई गिरफ्तारी

बता दें कि पुलिस ने इस मामले में संलिप्त राहुल (32), टीटूनाथ (45), जयकरन (50), नारायण (50) और रविनाथ (45) की गिरफ्तारी की है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ये लोग पार्टी में सांपों सहित अन्य विष सामग्री का इस्तेमाल करते थे।

बरामद हुए ये सामान

इसके साथ ही पुलिस ने अपनी कार्रवाई के तहत पांच कोबरा, दो दुमुंही, एक अजगर और एक रेट स्नेक बरामद किया है। बताया जा रहा है कि पार्टी में सांपों के जहर का इस्तेमाल किया जाता था। इसके अलावा पुलिस ने पार्टी में कई विदेशी लड़कियों को भी देखा था। फिलहाल, पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिर यह विदेशी लड़कियां आईं कहां से?

इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा

सनद रहे पुलिस ने एल्विश यादव सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं सहित आईपीसी 120 बी के तहत केस दर्ज किया है। ध्यान दें, आरोपियों के खिलाफ जो धाराएं लगाई गईं हैं, वो गैर-जमानती है।

इतने सालों की हो सकती है सज़ा

बात आईपीसी 120 की करें, तो अगर इस धारा के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई हुई, तो उन्हें 6 माह की जेल और 10 हजार रुपए का जुर्माना देना पड़ सकता है । वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत उन्हें 3 साल तक की जेल और 25 हजार रुपए का जुर्माना देना पड़ सकता है। वहीं, अगर दूसरी मर्तबा कोई आरोपी ऐसा करता हुआ पाया जाता है, तो उसे सात साल की जेल और 25 हजार रुपए का जुर्माना दोना देना पड़ सकता है।

सभी आरोपों को किया खारिज

वहीं, एल्विश यादव ने अपने ऊपर लगे इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। इन्होंने कहा कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं, जिनमें बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है। मेरे छवि को धूमिल करने के मकसद से मेरे खिलाफ यह साजिश रची गई है। उन्होंने कहा कि अगर मेरे ऊपर लगाए गए आरोपों में तनिक भी सच्चाई पाई जाती है, तो मैं पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हूं। बता दें कि एल्विश ने इंस्टाग्राम पर वीडियो जारी कर अपनी बेगुनाही के संदर्भ में दलीलें दीं हैं, लेकिन पुलिस लगातार उनकी गिरफ्तारी की कोशिशों में जुटी हुई है।

क्या है  PFA पीपल फॉर एनीमल संगठन

बता दें कि एल्विश यादव सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ यह शिकायत पीपल फॉर एनीमल नामक संगठन ने दर्ज कराई है। इस संगठन की स्थापना 1992 में मौजूदा बीजेपी की सांसद मेनका गांधी के नेतृत्व में हुई थी। इस संगठन का हेड ऑफिस दिल्ली में है, जबकि अन्य मुख्यालय देश के अन्य 100 शहरों में हैं। एक गैर-सरकारी और गैर-लाभकारी संघ के रूप में, पीपल फॉर एनिमल्स का मुख्य उद्देश्य भारत में पशु अधिकारों और कल्याण को बनाए रखना है, जिसका उद्देश्य भारत के 600 जिलों में विभिन्न पशु कल्याण केंद्र स्थापित करना है।

कौन है एल्विश यादव

ध्यान दें, एल्विश यादव मूल रूप से हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले हैं। एल्विश यादव यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर हैं। उन्होंने इस बार बिग बॉस ओटीटी की खिताब अपने नाम किया था, जिसके काफी सुर्खियों में रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उनका विवादों से नाता गहरा होता जा रहा है, जिस पर उन्होंने अपने बचाव में कहा कि ऐसा उनकी छवि को धूमिल करने के मकसद से किया जा रहा है।