newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Kaali Poster: ‘काली’ पोस्टर विवाद के बाद अब कनाडा के म्यूजियम ने माफी मांगी, कही ये बड़ी बात

Kaali: माता काली पर बने विवादित पोस्टर पर आगा खान म्यूजियम ने खेद व्यक्त किया, फिल्म की स्क्रीनिंग भी रोक दी गयी, इस मामले को लेकर भारतीय उच्च आयोग ने भी मांग की थी कि ऐसे विवादित पोस्टर को जल्द से जल्द हटाया जाए, तत्पश्चात टोरंटो (कनाडा ) बेस्ड आगा खान म्यूजियम ने अब पोस्टर के लिए खुद भी खेद व्यक्त किया है।

नई दिल्ली। कनाडा बेस्ड फिल्मकार लीना मणिमेकलाई पिछले कुछ दिनों से अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म “काली” के विवादित पोस्टर की वजह से चर्चा में हैं। हाल ही में, लीना मणिमेकलाई ने अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली का विवादित पोस्टर शेयर किया था जिसमें उन्होंने माता काली को धूम्रपान करते हुए दिखाया है। उसके बाद से हिन्दू समाज ने इस बात को गंभीरता से लिया और कानूनी सहारा लेकर लीना मणिमेकलाई के खिलाफ आवाज़ उठाना शुरू कर दिया। विवाद बढ़ता चला गया तमाम नेताओं ने भी अपने अपने बयान देने शुरू कर दिए जिसमें टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का विवादित बयान भी शामिल हुआ। मामला काफी बढ़ने के बाद अब लीना की फिल्म भी कानूनी पेंच में फंस गयी है और उनके खिलाफ दिल्ली पुलिस व कई अन्य जगह पर शिकायत भी दर्ज हो गयी हैं। इस मामले को लेकर भारतीय उच्च आयोग ने मांग की थी कि ऐसे विवादित पोस्टर को जल्द से जल्द हटाया जाए, तत्पश्चात टोरंटो (कनाडा ) बेस्ड आगा खान म्यूजियम ने अब पोस्टर के लिए खुद भी खेद व्यक्त किया है।

क्या कहा है आगा खान म्यूजियम ने

आगा खाना म्यूजियम ने बताया कि कनाडाई बहुसंस्कृतिवाद का पार्ट बनकर, टोरंटो मेट्रोपोलिटन विश्विद्यालय ने विभिन्न जातियों और संस्कृति के बच्चों को “अंडर द टेंट” नाम के प्रोजेक्ट में, एक साथ लाने का प्रयास किया। उन्होंने माना कि 18 शार्ट वीडियो में से एक फिल्म काली का पोस्टर, अपराध का कारण बना क्योंकि उसकी वजह से हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। अपने बयान में उन्होंने कहा-

“संग्रहालय को इस बात का गहरा खेद है कि ‘अंडर द टेंट’ के 18 लघु वीडियो में से एक लघु वीडियो और इसके साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट किये गए पोस्टर ने अनजाने में हिंदू और अन्य धार्मिक समुदायों के सदस्यों की भावनाओं को अपमानित किया है।” फिलहाल फिल्म की स्क्रीनिंग पर भी रोक लगा दी गयी है।

भारतीय उच्चायोग ने क्या कहा था

इससे पहले भारतीय उच्च आयोग ने भी आगा खान म्यूजियम में “अंडर द टेंट” परियोजना के तहत प्रदर्शित हिन्दू देवी-देवताओं के अपमानजनक चित्रण को वापस लेने के लिए आग्रह किया था- कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने अपने बयान में कहा।

इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी लगातार लोग इस पोस्टर को हटाने की मांग कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग फिल्मकार लीना के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी मांग कर रहे हैं। एक्टिविस्ट राहुल ईस्वर इस पोस्टर को “नफरती पोस्टर” बुलाते हैं और कहते हैं “यह पोस्टर हिन्दुओं के खिलाफ नफरत फैला रहा है और हिन्दू देवी देवताओं का अपमान भी कर रहा है। ” एक इंटरव्यू के दौरान ईस्वर ने कहा-

“स्वतंत्रता संवेदनशीलता के साथ आती है, स्वतंत्रता जिम्मेदारी के साथ आती है, क्या हम संवेदनशील, सम्मानजनक और जिम्मेदार हुए बिना दुनिया में रह सकते हैं? उन्होंने आगे कहा, लीना ने हिंदू समुदाय के खिलाफ एक नफरत वाला पोस्टर बनाया। वह जानबूझकर हिंदुओं के सबसे पूजनीय देवी- देवताओं में से एक, मां काली को बदनाम कर रही है।”