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Boycott Brahmastra: Jawed Akhtar ने फिल्मों को बॉयकॉट करने वालों का उड़ाया मजाक, बोले- ये सिर्फ कुछ समय….

Boycott Brahmastra: Jawed Akhtar ने फिल्मों को बॉयकॉट करने वालों का उड़ाया मजाक, बोले- ये सिर्फ कुछ समय….इस बॉयकॉट ट्रेंड के बीच अब लेखक जावेद अख्तर (Jawed Akhtar) का भी बयान आ गया है। क्या कुछ कहा है उन्होंने यहां हम वही जानने का प्रयास करेंगे।

नई दिल्ली। आजकल फिल्मों का बॉयकॉट #boycottbollywoodforever तेज़ी से चल रहा है। बॉयकॉट की आंधी में कई फिल्में बॉक्स-ऑफिस से उड़ गईं हैं लेकिन ये बात हमारे बॉलीवुड कलाकार को सच नहीं लगती है। आज भी कई कलाकरों का बयान है और वो मानते हैं की बॉयकॉट ट्रेंड से कुछ नहीं होता है। बॉयकॉट ट्रेंड से फिल्मों को कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इसीलिए तो फिल्मों के फ्लॉप होने के बाद भी, लोगों से फिल्म को न देखने का बयान देते हैं| वो यहां तक कहते हैं की अगर उनकी फिल्म किसी को नहीं देखना है तो वो न देखे। चाहे वो करण जौहर (Karan Johar) हों, आलिया भट्ट Alia Bhatt) हों , विजय देवराकोण्डा (Vijay Deverakonda) हों, अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) और तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) हों। सभी लोगों को लगता है की बॉयकॉट से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है। इन सभी ने बॉयकॉट ट्रेंड और बॉयकॉट करने वालों का मजाक बनाया है। स्वरा भास्कर (Swara Bhasker) जैसे लोगों ने तो इन लोगों को बिके हुए भगवाधारी लोग बताया है। वहीं अनुराग और तापसी ने भी मजाक उड़ाते हुए कहा है की उनकी फिल्में बॉयकॉट कर दो क्योंकि उन्हें लगता है बॉयकॉट से कुछ नहीं होता है। लेकिन इन्हीं अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू, विजय देवराकोण्डा, स्वरा भास्कर, करीना कपूर खान से पूछना चाहिए। फिर आपकी फिल्म सिनेमाघर में क्यों नहीं चल पाई। क्योंकि आपका तो दावा था, आपने बहुत अच्छी फिल्म बनाई है। लेकिन फिर दर्शक फिल्म देखने क्यों नहीं गए। खैर सवाल तो पूछे जाएंगे लेकिन इस बॉयकॉट ट्रेंड के बीच अब लेखक जावेद अख्तर (Jawed Akhtar) का भी बयान आ गया है। क्या कुछ कहा है उन्होंने यहां हम वही जानने का प्रयास करेंगे।

बॉयकॉट के कारण बहुत सी फिल्में फ्लॉप हो गई हैं। लेकिन अब भी बॉलीवुड वालों को लगता है की बॉयकॉट ट्रेंड से कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। हाल ही में जावेद अख्तर ने बॉयकॉट ट्रेंड पर कहा है “बॉयकॉट ट्रेंड बिल्कुल काम नहीं करेगा। ये केवल एक समय चल रहा है जो जल्द खत्म हो जाएगा। मुझे नहीं लगता है ऐसा कुछ भी काम करता है। अगर फिल्म अच्छी है, दर्शकों को पसंद आती है, तो वो बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन करेगी। वहीं फिल्म अच्छी नहीं है तो वो बॉक्स ऑफिस पर किसी भी प्रकार का प्रभाव नहीं डाल पाएगी। मुझे नहीं लगता बॉयकॉट ट्रेंड से कोई फ़र्क़ पड़ता है।”

आपको बता दें, बीते दिनों में हमने देखा है जो भी फिल्म का बॉयकॉट किया गया है वो सिनेमाघर में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई हैं। वहीं छोटे बजट में बनी छोटी फिल्म कार्तिकेय 2 (Karthikeya 2) और सीता रामम (Sita Ramam) जैसी फिल्मों का बॉयकॉट नहीं हुआ है तो वो बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। इस तरह खुली आंखो से  देखने पर, तो यही दिखता है की फिल्मों पर बॉयकॉट का असर तो पड़ता है। लेकिन अगर जावेद अख्तर के मुताबिक़ माने, तो इसका मतलब ये है की आमिर खान (Aamir Khan), अक्षय कुमार (Akshay Kumat), अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू, करण जौहर (Karan Johar) ये सब हाल ही रिलीज़ हुई जितनी फिल्मों के साथ जुड़े वो फिल्म ही अच्छी नहीं थी। जबकि हमने देखा है की एक समय था की कई ऐसी फिल्में जो दर्शकों को पसंद नहीं आती थी वो भी चलती थीं, लेकिन आज बड़े से बड़े स्टार की फिल्म नहीं चल रही हैं। आखिर फिर ये अगर बॉयकॉट का असर नहीं तो फिर क्या है ? लेकिन जावेद अख्तर साहब मानने को तैयार नहीं हैं और उन्हें लगता है इससे फ़र्क़ नहीं पड़ता कुछ दिन में समाप्त हो जाएगा।