नई दिल्ली। ममता शर्मा का नाम बॉलीवुड की बेहतरीन सिंगरों में शुमार है। ममता आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। सिंगर ने कई सारे आईटम सॉन्ग गा कर बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। ममता के सॉन्ग सुन कर आप खुद को रोक नहीं पाएंगे। इनके हर एक गाने तड़कते भड़कते होते है। ममता का जन्म 7 सितंबर 1980 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। सिंगर ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई बिरला नगर ग्वालियर से की। ममता बचपन से ही स्टेज पर गाना गाती थीं। गायिका आज अपना 42वां जन्मदिन सेलीब्रेट कर रही है। आईए सिंगर के जन्मदिन के मौके पर जानते है उनसे जुड़ी कुछ खास बातें-
ममता के करियर की शुरुआत
ममता शर्मा ने साल 2011 में पल पल ना माने टिंकू जीया सॉन्ग से डेब्यू किया था। एक्ट्रेस का मानना था कि उनके गुरु दिवंगत सिंगर वाजिद खान थे। उन्होंने ही मेरे अंदर के गायक को खोजा था। और वाजिद भाई मेरे गुरु थे और गुरु रहेंगे। हालांकि ममता ने अपने करियर की शुरुआत बंगाली और भोजपुरी गानों से की थी। सिंगर कपर निर्देशक लेत पंडित की नजर पड़ी और उन्होंने सिंगर को दबंग में गाने का मौका दिया।
ममता का वर्कफ्रंट
अगर हम सिंगर के वर्कफ्रंट की बात करें तो साल 2010 में टिंकू जीया गाना गाया। इसके बाद दबंग फिल्म में ”मुन्नी बदनाम हुई” गाना गा कर शोहरत हासिल किया। इसके बाद ”टूह”, ”अता माजी सटकली”, ”फेवीकोल”, ”यारा” , ”कट्टो गिलहरी”,”अनारकली डिस्को चली”,”आरे प्रितम प्यारे” जैसे बेहतरीन गाने गाए है।