कोलकाता। बंग्ला सिनेमा के सदाबहार नायक सौमित्र चटर्जी (Soumitra Chatterjee) नहीं रहे। उनका रविवार को 85 वर्ष की अवस्था में लंबी बीमारी के बाद निधन (Soumitra Chatterjee Dies) हो गया। यह घोषणा कोलकाता के एक अस्पताल के मेडिकल बोर्ड ने की, जहां वह एक महीने से अधिक समय तक भर्ती थे। देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके निधन पर शोक जताया है।
पीएम मोदी ने सौमित्र चटर्जी के निधन पर शोक जताते हुए ट्विटर पर लिखा, ”सौमित्र चटर्जी का निधन विश्व सिनेमा के साथ-साथ पश्चिम बंगाल और पूरे देश के सांस्कृतिक जीवन के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनके निधन से अत्यंत दुख हुआ है। परिजनों और प्रशंसकों के लिए मेरी संवेदनाएं। ओम शांति!”
श्री सौमित्र चटर्जी का निधन विश्व सिनेमा के साथ-साथ पश्चिम बंगाल और पूरे देश के सांस्कृतिक जीवन के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनके निधन से अत्यंत दुख हुआ है। परिजनों और प्रशंसकों के लिए मेरी संवेदनाएं। ओम शांति!
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2020
राष्ट्रपित रामनाथ कोविंद ने लिखा, ”सौमित्र चटर्जी के प्रदर्शन ने उन्हें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, पद्म भूषण और लेगियन डी’होनूर सहित कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार दिए। उनके परिवार, फिल्म बिरादरी और दुनिया भर में उनके लाखों प्रशंसकों के प्रति संवेदना।”
Soumitra Chatterjee’s performances won him several national and international awards including Dadasaheb Phalke Award, Padma Bhushan and Légion d’Honneur. Condolences to his family, the film fraternity and millions of fans across the world.
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 15, 2020
सौमित्र चटर्जी बंग्ला सिनेमा के एक सदाबहार नायक रहे हैं। बंगला सिनेमा के इतिहास में उनका अपार योगदान रहा है। सिनेमा के अलावा व्यक्तिगत जीवन में भी उनकी छवि एक बेहद साधारण शख्स के रूप में रही है। उनके किरदारों में मध्यम वर्गीय बंगाली युवक की छवि झलकती थी। उस दौर में उत्तम कुमार जैसे नायक उनके समकक्ष रहे थे, जिन्हें महानायक के नाम से पुकारा जाता था।