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Taali: ट्रांसजेंडर बनने के लिए सुष्मिता सेन ने झेला बहुत दर्द, छाती पर बांधी थी कसकर पट्टियां

Taali: एक्ट्रेस ने आगे बताया कि शूटिंग के दौरान सेट से मौजूद 70 प्रतिशत से ज्यादा लोग ट्रांसजेंडर बने थे। सीरीज में बहुत सारे ट्रांसजेंडर्स को दिखाया गया था, जिसमें से कुछ एक्टर्स तो कुछ चालक दल के सदस्य थे

नई दिल्ली। सुष्मिता सेन की लेटेस्ट 10 एपिसोड की सीरीज ताली रिलीज चुकी है और सीरीज को फैंस की तरफ से बहुत प्यार भी मिल रहा है। ये फिल्म गौरी सावंत की असल जिंदगी पर बनी है, जिन्होंने तीसरे लिंग की मान्यता दिलाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी। इस फिल्म के लिए एक्ट्रेस ने बहुत मेहनत की है। अब एक्ट्रेस ने फिल्म से जुड़े एक्सपीरियंस शेयर किए हैं, जो आपको अंदर से हिलाकर रख देंगे। तो चलिए जानते हैं कि एक्ट्रेस ने गौरी सावंत बनने के लिए कितना दर्द झेला था।

 

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छाती पर बांधी पट्टियां

मिडडे को दिए इंटरव्यू में  सुष्मिता सेन से फिल्म से जुड़े कई खुलासे किए। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने गौरी सावंत के कैरेक्टर में खुद को ढाला। उन्होंने कहा- फिल्म में मुझे दो किरदार निभाने थे। पहला गणेश का, दूसरा गौरी का। गणेश का रोल प्ले करने के लिए मुझे अपनी छाती पर कसर पट्टी बांधनी होती थी,जिससे मैं शारीरिक रूप से भी एक मर्द की तरह नजर आऊं।

 

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इतना नहीं पैरों में क्रॉच गार्ड पहनती थी। गौरी का रोल प्ले करने के लिए मुझे अपना वजन भी बढ़ाना पड़ा।अपनी आवाज के बारे में बात करते हुए एक्ट्रेस ने कहा कि मर्द और बाकी रोल के लिए मुझे अपनी आवाज को भारी करना पड़ा। बोलते वक्त बेस बढ़ाने पड़ा। मेरा गला काफी हद तक खराब हो गया था।

 

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70 प्रतिशत सेट से लोगों ने निभाया ट्रांसजेंडर का रोल

एक्ट्रेस ने आगे बताया कि शूटिंग के दौरान सेट से मौजूद 70 प्रतिशत से ज्यादा लोग ट्रांसजेंडर बने थे। सीरीज में बहुत सारे ट्रांसजेंडर्स को दिखाया गया था, जिसमें से कुछ एक्टर्स तो कुछ चालक दल के सदस्य थे। गौरतलब है कि ताली जियो सिनेमा पर रिलीज हुई है, जिसे कोई भी फ्री में देख सकता है। इस सीरीज को  अर्जुन सिंह और कार्तिक डी निशानदार ने मिलकर बनाया है। जबकि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक रवि जाधव ने फिल्म को डायरेक्टर किया है। फिल्म की कहानी क्षितिज पटवर्धन ने लिखी हैं।