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Vivek Agnihotri: ‘वो ड्रग्स की ओर जाते हैं’, विवेक अग्निहोत्री ने बॉलीवुड के अंधेरी दुनिया की खोली एक और पोल

Vivek Agnihotri: ‘वो ड्रग्स की ओर जाते हैं’, विवेक अग्निहोत्री ने बॉलीवुड के अंधेरी दुनिया की खोली एक और पोल वो समसामयिक मुद्दों पर भी राय रखते हैं तो वहीं बॉलीवुड पर तीखी टिप्पणियां करते रहते हैं। इस बार विवेक अग्निहोत्री ने फिर से जनता के सामने बॉलीवुड की सच्चाई सामने रखी है। यहां हम आपको वही बताने का प्रयास करेंगे।

नई दिल्ली। कुछ समय पहले हिंदी भाषा सिनेमा में एक फिल्म बनी जिसका नाम है – द कश्मीर फाइल्स। यह फिल्म दर्शकों के बीच चर्चा का विषय रही। आज अगर इस साल की कुछ सफल फिल्मों की बात होती है तो उसमें द कश्मीर फाइल्स का नाम सामने आता है। द कश्मीर फाइल्स ने बॉक्स ऑफिस पर तो अच्छी कमाई किया ही, साथ ही साथ दर्शकों का भरपूर प्यार भी इसे मिल सका। इस फिल्म के साथ जो नाम सबसे ज्यादा सामने आया वो था विवेक अग्निहोत्री। विवेक अग्निहोत्री एक सफल और अवार्ड विनिंग निर्देशक के तौर पर पहले ही जाने जाते थे। लेकिन जब उन्होंने कश्मीर फाइल्स बनाई तो उनकी चर्चा पूरे देश में तो जोर-शोर से हुई ही इसके अलावा विदेश में भी वो चर्चा में बने रहे। विवेक अग्निहोत्री खुद को बॉलीवुड लीग से हटकर निर्देशक मानते हैं और इसीलिए वो कई मुद्दों पर खुलकर बोलते नज़र आते हैं। वो समसामयिक मुद्दों पर भी राय रखते हैं तो वहीं बॉलीवुड पर तीखी टिप्पणियां करते रहते हैं। इस बार विवेक अग्निहोत्री ने फिर से जनता के सामने बॉलीवुड की सच्चाई सामने रखी है। यहां हम आपको वही बताने का प्रयास करेंगे।

विवेक अग्निहोत्री ने बताया बॉलीवुड की इनसाइड स्टोरी

क्या है ये इनसाइड स्टोरी ? आप सब इस बारे में सोच रहे होंगे। आपको बता दें विवेक अग्निहोत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बॉलीवुड के बारे में कुछ ऐसी बातें बतायीं हैं। इसे लेकर विवेक ने बड़ा लेख लिखा है जिससे बॉलीवुड के कई काले चिट्ठे सामने आते हैं। जिन्हें जो भी सुन रहा है वो दंग रह जा रहा है। विवेक ने लिखा है –

“मैंने बॉलीवुड में ये समझने के लिए काफी साल बिताए हैं कि यह कैसे काम करता है। आप जो देख रहे हैं वह बॉलीवुड नहीं है। असली बॉलीवुड अपनी अंधेरी पगडंडियों में पाया जाता है। इसका भ्र्ष्ट हिस्सा इतना काला है कि एक आम आदमी के लिए थाह पाना असंभव है। आइए समझते हैं: इन अंधेरी गलियों में, आप टूटे हुए सपने, कुचले हुए सपने, दबे हुए सपने पा सकते हैं। बॉलीवुड अगर कहानियों का संग्रहालय है तो यह प्रतिभाओं का कब्रिस्तान भी है। यह अस्वीकृति के बारे में नहीं है। जो कोई भी यहां आता है, वह जानता है कि अस्वीकृति तो सौदे का हिस्सा है।

विवेक आगे लिखते हैं,

“यह अपमान और शोषण जो सपनों, आशाओं और मानवता के विश्वास को तोड़ देता है। कोई व्यक्ति भोजन के बिना जीवित रह सकता है लेकिन सम्मान, आत्म-मूल्य और आशा के बिना जीना असंभव है। कोई भी मध्यमवर्गीय युवा उस स्थिति में होने की कल्पना करके कभी बड़ा नहीं हुआ। यह इतना जोर से मारता है कि कोई लड़ाई करने के बजाय हार मान लेता है। भाग्यशाली हैं वे जो घर वापस जाते हैं। जो रह जाते हैं, अलग हो जाते हैं। जो लोग कुछ सफलता पाते हैं लेकिन असली नहीं, वे ड्रग्स, शराब और सभी प्रकार की जीवन-हानिकारक चीजों में शामिल हो जाते हैं। अब उन्हें पैसे की जरूरत होती है। इसलिए, उन्हें हर तरह के पैसे कामने से परिचित कराया जाता है। कुछ सफलता सबसे ज्यादा खतरनाक होती है। आप बिना किसी आय और शक्ति के शोबिज में हैं। आपको स्टार की तरह दिखना है, स्टार की तरह पार्टी करना है, स्टार की तरह पीआर करना है लेकिन आप स्टार नहीं हैं।

आगे विवेक ने लिखा

“अपने आप को एक गैंगस्टर बस्ती में कल्पना करें जहां आपको बंदूक या चाकू के बिना ही गैंगस्टर की तरह व्यवहार करना पड़ता है। यह वह जगह है जहां आप अपमान और शोषण के लिए हैं। इंस्टाग्राम फ्री नहीं है। यह शूटिंग के लिए, अच्छा दिखने के लिए, व्यस्त रहने के लिए पैसे की मांग करता है। मान्यता की यह खोखली दौड़ आपको उस स्थान पर वापस ले आती है जहां से आपने शुरुआत की थी, जो हर दौड़ के साथ गहरा और गहरा होता जाता है। आप दिखावा करिए, कोई नहीं देखता। आप चिल्लाते रहिए, कोई सुनता नहीं है। आप रोते हैं तब भी कोई परवाह नहीं करता है। आप जो भी पाते हैं आप उन्हीं लोगों से घिरे होते हैं जो आप पर हंस रहे हैं। आप अपने सपनों को दफनाते हैं। चुपचाप। लेकिन तब आप लोगों को आपके सपनों की कब्र पर नाचते हुए पाते हो। आपकी असफलता उनका उत्सव बन जाती है। तुम चलते फिरते मरे हुए आदमी हो। विडंबना यह है कि आपको, आपके अलावा कोई भी मरा हुआ नहीं देख सकता है। एक दिन, आप सचमुच मर जाते हो। और फिर दुनिया आपको देखती है। विवेक रंजन अग्निहोत्री

कुछ इस प्रकार का लेख विवेक अग्निहोत्री ने शेयर किया है। जहां उन्होंने बॉलीवुड के सपने और उनके मर जाने की बात करी है। साथ ही साथ यह भी बताया है कि यह बॉलीवुड आपको एक दिन सच में मार देता है। विवेक अग्निहोत्री ने ये लेख पढ़ने के लिए सभी से गुजारिश भी की है।