नई दिल्ली। विमानों की उड़ान में समय की पाबंदी को लेकर बेहद ध्यान रखा जाता है। ऐसा बेहद कम ही होता है कि कोई फ्लाइट ज्यादा लेट लतीफ़ उड़ान भरे, लेकिन बीती रात मुंबई के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मुंबई से विएतनाम जाने वाली फ्लाइट के 300 से अधिक पैसेंजर इंतजार करते रहे, घंटों की परेशानी के बाद भी उनकी फ्लाइट तय समय से उड़ान नहीं भर सकी। यात्री विमान के अंदर सवार थे, वो प्रतीक्षा कर रहे थे कि कब विमान टेक ऑफ करे, लेकिन विमान तो जैसे पोर्ट पर जम गया था।
मुंबई से हो ची मिन्ह सिटी के लिए उड़ान, जिसे शुरू में स्थानीय समयानुसार 01:00 बजे प्रस्थान करने की योजना थी, को परिचालन कारणों से स्थानीय समयानुसार 20:30 बजे पुनर्निर्धारित करना पड़ा। इस पुनर्निर्धारण ने कुछ उड़ानों को प्रभावित किया है। @ANI pic.twitter.com/wgf5WGhF9b
— Sainidan Ratnu..Retd. Judicial Officer (@sainidan_ratnu) May 26, 2023
इसके बाद हैरान परेशान सभी यात्रियों ने शिकायत की, इसके बाद उनको फ्लाइट से उतारा गया, इन सबके बावजूद भी फ्लाइट स्टाफ ने AC तक ऑन नहीं किया। ये फ्लाइट वियतनाम की विमानन कंपनी वियतजेट एयर की बताई जा रही है। दरअसल, इस फ्लाइट को बिना किसी प्री-इनफार्मेशन के रीशेड्यूल किया गया था। और ये रिशेड्यूलिंग घंटों के लिए की गई थी। इस पूरी घटना के बाद यात्रियों ने ट्विटर के जरिए भारतीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से शिकायत की। यात्रियों ने तो अपनी शिकायत में विमान कंपनी का लाइसेंस रद्द करने तक की डिमांड रखी।
@PMOIndia @narendramodi @DGCAIndia @Gen_VKSingh @republic @TimesNow @vietjetvietnam
Pathetic VietAir
300+ passenger waiting at plane for 6 hrs and now in airport passage pic.twitter.com/fu5Oviydtx— Pankaj Mohan (@panky1972) May 26, 2023
यात्री इस विमान में करीब 3 घंटे तक बैठे रहे, तकरीबन रात 11 बजे से फ्लाइट में बैठे यात्री घंटो बाद फ्लाइट से तब बाहर निकल सके जब उन्होंने प्लेन के मूव नहीं करने पर हंगामा मचाने पर मजबूर होना पड़ा। जानकारी के मुताबिक वियतजेट एयर की इस एयरलाइन ने यात्रियों के फ्लाइट को रिशेड्यूल करके शुक्रवार शाम 4 बजे कर दिया और उनको एयरपोर्ट से वापस निकलने की परमिशन भी प्रदान कर दी। ये सब बेहद चैंकाने वाला है, क्योंकि आम तौर पर प्रोफेशनल एयरलाइन्स इस तरह से अपने यात्रियों को पहले ही प्री-इनफार्मेशन देती हैं, फिर यहां ऐसा क्यों नहीं किया गया ?