नई दिल्ली। 23 अगस्त…यह कोई सामान्य तारीख नहीं है..बल्कि इतिहास है..वो भी अद्भुत…अकल्पनीय और अविस्मरणीय….जिसे आने वाली हर नस्ले ताउम्र याद करेंगी.. क्योंकि आज ही के दिन इसरो प्रमुख एस सोमनाथ की अगुवाई में चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर पहुंच कर तिरंगा फहराकर देश का मान बढ़ाया। ऐसा कारनामा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन चुका है। इससे पहले आज तक किसी भी देश ने यह कारनाम नहीं किया। भारत ऐसा करने वाला पहला देश है। उधर, चंद्रयान ने भी इसरो को संदेश देकर अपने वहां पहुंचने की पुष्टि कर दी है, जिसे लेकर देशभर में खुशी का माहौल है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो प्रमुख एस सोमनाथ को फोन कर उन्हें बधाई दी और उनसे मौजूदा स्थिति की जानकारी ली।
एस सोमनाथ ने प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि अब भारत चांद पर पहुंच चुका है, जो कि हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है , जिस पर प्रधानमंत्री ने हर्ष व्यक्त कर इसरो चीफ को बधाई दी। वहीं, इस ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनने की बेकरारी लोगों के मन में किस कदर थी। इस बात का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि इसरो के यूट्यूब चैनल पर 8 मिलियन लोगों ने इसे लाइव देखा। ध्यान दें, यूट्यूब के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब 8 मिलियन लोगों ने एक साथ किसी कार्यक्रम को लाइव देखा है।
8M watched Chandrayaan 3 landing on the moon’s surface on ISRO’s YouTube channel.
– This is a record for highest peak viewership in YouTube’s Live history! pic.twitter.com/ROux6xQZ8X
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) August 23, 2023
बता दें कि पूरे देशभऱ में इस ऐतिहासिक क्षण का जीवंत गवाह बनने की बेकरारी कुछ इस कदर थी कि सभी स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक स्थलों पर इसके सजीव प्रसारण की व्यवस्था की गई थी। वहीं, सुबह से चंद्रयान -3 के सफल लैंडिंग को लेकर को सुबह से ही मंदिर मस्जिदों में दुआओं और पूजा का सिलसिला जारी था। अब इन सभी लोगों की दुआएं कबूल हो चुकी हैं। वहीं, इस खास मौके पर इसरो प्रमुख के सिवन अपनी खुशी इजहार करते हुए कहा कि हम वास्तव में उत्साहित हैं… हम इस पल का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। मैं बहुत खुश हूं।
वहीं, ब्रिक्स सम्मेलन में पहुंचे पीएम मोदी को साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति ने भी बधाई दी। बता दें कि पीएम मोदी अभी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने साउथ अफ्रीका पहुंचे हुए हैं, जहां चीन और रूस भी शामिल होंगे। ध्यान दें, अभी हाल ही में रूस का लूना मिशन विफल हुआ था। वहीं, इससे पहले जब 2019 में चंद्रयान -2 किसी तकनीकी खामी की वजह से विफल हुआ था, तो वैश्विक मंच पर मजाक बनाने से गुरेज नहीं किया था। उधर, आज जब भारत ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है, तो ऐसे में विश्व समुदाय की ओर से किसकी क्या प्रतिक्रिया सामने आती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।