नई दिल्ली। मुंबई के बांद्रा में बड़ी तादाद में मजदूर इकट्ठा हो गए। यह मजदूर खाने पीने के सामान की बात कर रहे थे। मगर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने दूसरा ही ठीकरा फोड़ दिया। आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह भीड़ केंद्र सरकार के अनिर्णय का नतीजा है। सरकार इन्हें इनके घर नहीं भेज रही है। यह खाना या रहना नहीं बल्कि घर वापस जाना चाहते हैं।
यह हाल तब है जब खुद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहले से ही 30 अप्रैल तक लॉकडाउन का ऐलान किया हुआ है। शिवसेना इस बड़ी लापरवाही से हाथ झाड़ रही है। ऐसी ही लापरवाही की तस्वीर पिछले दिनों दिल्ली से भी सामने आई थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय महाराष्ट्र सरकार के संपर्क में है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास सैकड़ों प्रवासी कामगार इकट्ठा हो गए। वे लॉकडाउन के दौरान खाने पीने की शिकायत कर रहे थे। इसी वजह से वे अपने गृह क्षेत्र में लौटने की मांग कर रहे हैं।
आज ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस के खिलाफ निपटने के लिए देश में लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। उसके बाद दोपहर बीतते बीतते यहां भीड़ इकट्ठा होना शुरू हो गयी। इन मजदूरों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया।