नई दिल्ली। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर सांसदों को निलंबित किए जाने के फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। बता दें कि बीते दिनों संसद की सुरक्षा में चूक करने के मामले में हंगामा करने को लेकर 14 लोकसभा तो 1 राज्यसभा सांसद को निलंबित कर दिया गया था। जिसकी विपक्ष ने आलोचना की। इतना ही नहीं, विपक्ष ने इस निलंबन को संसद की सुरक्षा में हुई चूक से जोड़ा, जिस पर बीते दिनों ओम बिरला ने सांसदों के नाम लिखे अपने पत्र में पूरी वस्तुस्थिति स्पष्ट कर दी।
ओम बिरला ने अपने पत्र में कहा कि विपक्षी सांसद निलंबन की कार्रवाई को संसद की सुरक्षा से जोड़ रहे हैं, जबकि इस निलंबन का संसद की सुरक्षा में चूक से कोई संबंध नहीं है। दोनों ही अलग-अलग विषय हैं। निसंदेह, संसद की सुरक्षा में हुई चूक एक गंभीर विषय है, जिस पर चर्चा करने के बाबत अब तक दो समितियों का गठन किया जा चुका है। जल्द ही जांच रिपोर्ट संसद के पटल पर रखी जाए। वहीं, अब तक इस मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। उधर, इस पूरे मामले का मुख्य मास्टरमाइंड कहे जाने वाले ललित झा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल, उसे सात दिनों की रिमांड पर भेज दिया गया है।
उधर, इस पूरे मसले को लेकर जमकर सियासत जारी है। राहुल गांधी ने इस पूरे मसले को लेकर बेरोजगारी से जोड़ दिया। उनका कहना है कि बेरोजगारी से त्रस्त युवाओं ने संसद में बैठी गूंगी-बहरी सरकार को सुनाने के लिए यह कदम उठाया है। उधर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी राहुल गांधी के सुर में सुर मिलाते हुए संसद की सुरक्षा में सेंध करने वाले आरोपियों का बेरोजगारी की आड़ लेकर बचाव किया। उधर, इस पूरे मसले को लेकर जारी सियासत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही। बहरहाल, अब आगामी दिनों में यह पूरा माजरा क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।