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Rajasthan BJP: बाबा बालकनाथ के बाद अब किरोड़ी लाल मीणा भी राजस्थान के सीएम पद की रेस से हटे, बालाजी और पीएम मोदी का नाम लेकर क्या बोले जानिए

राजस्थान में बीजेपी नेतृत्व ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में प्रेक्षकों की टीम भेजी है। प्रेक्षकों की टीम आज रात तक जयपुर पहुंचेगी। फिर सोमवार यानी कल राजस्थान में बीजेपी विधायक दल की बैठक होनी है। अब देखना ये है कि बीजेपी नेतृत्व किसे राजस्थान की कमान देने का काम करता है।

दौसा। वसुंधरा राजे, गजेंद्र सिंह शेखावत, डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, बाबा बालकनाथ, अर्जुन राम मेघवाल, अश्विनी वैष्णव, दीया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़। ये वो नाम हैं, जिनको लेकर 3 दिसंबर से ही चर्चा चल रही है कि बीजेपी नेतृत्व इनमें से किसी एक को राजस्थान का सीएम बनाएगा। अब इस लिस्ट में से 2 नेताओं ने खुद का नाम अलग कर लिया है। शनिवार को बाबा बालकनाथ ने एक्स पर पोस्ट करके खुद बताया था कि वो सीएम पद की रेस में नहीं हैं। अब राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में शामिल डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने भी एलान कर दिया है कि वो भी सीएम की रेस में नहीं हैं। डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने शनिवार शाम को दौसा जिले के मेंहदीपुर बालाजी मंदिर में दर्शन करने के बाद खुद को राजस्थान के सीएम पद से बाहर बताया।

किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि बालाजी मंदिर उनके गृह जिले में आता है। वो इस मंदिर में दर्शन करने आते रहते हैं। इसके बाद मीणा ने कहा कि जिस पर बालाजी महाराज और पीएम नरेंद्र मोदी की कृपा होगी, वही राजस्थान का सीएम बनेगा। इसके बाद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि कृपा का पता नहीं चलता, किसपर हो जाए। फिर मीणा ने खुद को राजस्थान के सीएम पद की रेस से बाहर बता दिया। किरोड़ी लाल मीणा के सीएम पद के रेस से बाहर होने के बाद अब सबकी नजर इस पर है कि बीजेपी नेतृत्व राज्य की कमान किसे सौंपता है। खास बात ये भी है कि शनिवार को ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजस्थान के नए चुने गए विधायकों से लंबी चर्चा भी की।

राजस्थान में बीजेपी नेतृत्व ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में प्रेक्षकों की टीम भेजी है। प्रेक्षकों की टीम आज रात तक जयपुर पहुंचेगी। फिर सोमवार यानी कल राजस्थान में बीजेपी विधायक दल की बैठक होनी है। वसुंधरा राजे को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है कि उनको एक बार फिर बीजेपी नेतृत्व राजस्थान की कमान सौंपेगा या नहीं! इसकी वजह ये है कि 2018 में जब बीजेपी ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव हारा था, तब वहां ‘मोदी तुझसे बैर नहीं, वसुंधरा की खैर नहीं’ के नारे गूंजे थे। इस बार बीजेपी ने राजस्थान के अलावा मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी किसी को सीएम चेहरा बनाकर चुनाव नहीं लड़ा। सभी 5 राज्यों में बीजेपी ने पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही विधानसभा चुनाव लड़ा और बंपर जीत भी हासिल की।