धनौजी। चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने अपनी जनसुराज यात्रा के दौरान पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ बयान दिया था। अब उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बेटे और नीतीश सरकार में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर तंज कसा है। पश्चिमी चंपारण के धनौजी गांव पहुंचे प्रशांत किशोर ने गांव के लोगों से बातचीत के दौरान तेजस्वी पर तंज कसा है। तेजस्वी पर तंज कसने वाला प्रशांत किशोर का वीडियो चर्चा में है। बता दें कि प्रशांत किशोर ने 3500 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू की है। अपनी इस यात्रा में उनका इरादा बिहार के कोने-कोने तक पहुंचने का है।
“मान लेई कि लालू जी का लैइका 9वां पास बा, तो वो बनत हा का? मुख्यमंत्री, और लैइका 9वां पास रही तो ओका चपरासियौ की नौकरी मिली?”
जन सुराज पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर कसा तंज।#Bihar #PrashantKishor #TejashwiYadav | @PrashantKishor pic.twitter.com/vMxBagQ8jh
— News Tak (@newstakofficial) October 7, 2022
प्रशांत किशोर इस वीडियो में गांव के लोगों को माइक से संबोधित करते दिखे। उन्होंने लोगों से कहा कि लालू यादव जी का बेटा 9वीं पास है और डिप्टी सीएम है। अगर आपका बच्चा 9वीं पास होगा, तो क्या उसे चपरासी की भी नौकरी मिलेगी? वीडियो में दिखता है कि प्रशांत की बातों से लोग सहमति जता रहे हैं। वो लोगों से पूछते हैं कि जिसके पापा विधायक, जिसके बाबूजी मंत्री, मुख्यमंत्री और वो 9वीं फेल रहे, तो भी उसको नौकरी मिल जाती है। वो राजा बनकर रहता है। ये बदलना चाहिए कि नहीं बदलना चाहिए? प्रशांत किशोर की पदयात्रा 15 महीने चलने वाली है। उनका दावा है कि वो बिहार में हालात बदलने की कोशिश कर रहे हैं।
So finally the ‘Cat’ is out of ‘Bag’….we always knew it. https://t.co/1XlYxraSeH
— Manoj Kumar Jha (@manojkjhadu) October 7, 2022
उधर, प्रशांत किशोर का तेजस्वी पर तंज कसने वाला ताजा वीडियो सामने आने के बाद आरजेडी के सांसद मनोज झा ने उनपर निशाना साधा है। मनोज झा ने बीजेपी का नाम लिए बगैर टिप्पणी की है कि प्रशांत की यात्रा की असली वजह सामने आ गई है। इससे पहले नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने आरोप लगाया था कि प्रशांत किशोर की जनसुराज पदयात्रा को बीजेपी फंड कर रही है। इससे पहले प्रशांत ने कहा था कि नीतीश ने उनसे जेडीयू ज्वॉइन करने के लिए कहा और ये भी कहा कि मेरे बाद आप ही पार्टी देखिएगा, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया। प्रशांत पहले भी जेडीयू में उपाध्यक्ष पद पर रहे हैं।