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Violence: दरगाह-मंदिर के विवाद में मध्यप्रदेश के नीमच में सांप्रदायिक हिंसा, जमकर पथराव और आगजनी

पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और उनके बीच बहस होने लगी। पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाया। इसी दौरान कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। जिसके बाद हिंसा शुरू हो गई। फिलहाल किसी के घायल होने की खबर नहीं मिली है।

नीमच। मध्यप्रदेश में खरगोन के बाद अब नीमच में सोमवार को सांप्रदायिक हिंसा की खबर है। रात को यहां दो समुदायों के बीच हिंसा हुई। तनाव बढ़ गया। जिसके बाद बड़ी तादाद में पुलिस तैनात की गई है। शहर में धारा 144 भी लागू कर दी गई है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पुरानी कचहरी इलाके में दो समुदायों के बीच जमकर पथराव हुआ। कई गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी भी की गई। पुलिस का कहना है कि विवाद की वजह हनुमान जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम था। मुस्लिम पक्ष का आरोप है कि दरगाह की जगह मंदिर बनाया गया और मूर्ति वहां लगाई जा रही थी।

khargone violence

पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए और उनके बीच बहस होने लगी। पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाया। इसी दौरान कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। जिसके बाद हिंसा शुरू हो गई। फिलहाल किसी के घायल होने की खबर नहीं मिली है। पुलिस सीसीटीवी और वीडियो फुटेज देखकर हिंसा करने वालों की तलाश कर रही है। इससे पहले मध्यप्रदेश के खरगोन और राजगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा हुई ती। राजगढ़ में बीते हफ्ते दो समुदायों के बीच हिंसक टकराव, आगजनी हुई थी। राजगढ़ में पुलिस पर भी हमला किया गया था। उससे पहले खरगोन में भी उपद्रवियों ने सांप्रदायिक हिंसा की थी। जिसके बाद लंबे समय तक यहां कर्फ्यू लगाया गया था।

Rajasthan karauli

उधर, पड़ोसी राज्य राजस्थान के करौली से शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा ने भी पैर फैलाए थे। कई जगह हिंसा की वजह से राज्य की अशोक गहलोत सरकार को सवालों का सामना करना पड़ा था। राजस्थान में सांप्रदायिक हिंसा की शुरुआत हिंदू नववर्ष पर हुई थी। जिसके बाद हनुमान जयंती और परशुराम जयंती के मौके पर भी तमाम जगह हिंसा की घटनाएं की गई थीं।