चंडीगढ़। एक तरफ कांग्रेस समेत 26 विपक्षी दलों ने एकजुट होकर पीएम नरेंद्र मोदी को अगले लोकसभा चुनाव में पटकनी देने के लिए यूपीए की जगह I.N.D.I.A नाम का नया गठबंधन बनाया है। वहीं, अब इस गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच तालमेल बैठता नहीं दिख रहा। अभी तक विपक्षी दलों के गठबंधन में लोकसभा चुनाव के दौरान सीटों के बंटवारे पर भी कोई राय नहीं बनी है। दूसरी तरफ, गठबंधन के दलों के बीच टकराव भी देखने को मिल रहा है। ताजा मामला पंजाब का है। पंजाब में कांग्रेस के दिग्गज और विधानसभा में नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने एकला चलो का एलान कर दिया है। इससे पहले सीपीएम ने कहा था कि वो लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में टीएमसी से सीटों पर समझौता नहीं करेगी।
हिंदी अखबार हिंदुस्तान के मुताबिक प्रताप सिंह बाजवा ने कहा है कि पंजाब में लोकसभा की सभी 13 सीटों पर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी। यानी पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) से कोई गठजोड़ नहीं करने का कांग्रेस नेता बाजवा ने एलान कर दिया है। कांग्रेस और आप दोनों ही 26 विपक्षी दलों के गठबंधन में शामिल हैं। कांग्रेस ने तो दिल्ली संबंधी बिल के मामले में आप के पक्ष में संसद में वोट भी दिया है। अखबार के मुताबिक पटियाला में बाढ़ प्रभावितों को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि आप को सिर्फ राज्यपालों और उप राज्यपालों से संबंधित मसलों पर ही कांग्रेस ने समर्थन दिया है। इससे आप और कांग्रेस के बीच एक बार फिर ठन सकती है।
पंजाब में अगर कांग्रेस और आप में गठबंधन नहीं होता, तो इसका असर दिल्ली समेत कई और राज्यों में भी देखने को मिल सकता है। दिल्ली में भी आप की सरकार है और यहां लोकसभा की 7 सीटें हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस इनमें से 4 सीटों पर बीजेपी के बाद रही थी। इसके अलावा गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गोवा समेत अन्य राज्यों में भी कांग्रेस और आप में सीटों के बंटवारे में दिक्कत पैदा हो सकती है।