लखनऊ। यूपी में बनने वाला सामान अब सुदूर थाईलैंड में बिकेगा। इसके लिए दोनों के बीच समझौते का फैसला हुआ है। इससे यूपी को निवेश मिलेगा और हजारों लोगों को रोजगार भी दिया जा सकेगा। थाईलैंड की राजदूत पैट्रेट हांगटांग ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात में यूपी में बनने वाले उत्पादों को अपने देश में बेचने की इच्छा जाहिर की। इसका योगी ने स्वागत किया। पैट्रेट ने योगी से मुलाकात में कहा कि यूपी सरकार ने वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना के तहत स्थानीय स्तर पर बनने वाली चीजों का बढ़िया कलेक्शन पेश किया है। उनका देश इन सामान को खरीदकर उसे थाईलैंड की दुकानों में बेचना चाहता है। पैट्रेट और योगी ने बातचीत में तय किया कि इस बारे में जल्दी ही समझौता कर लिया जाए।
इसके अलावा यूपी और थाईलैंड के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी एमओयू करने पर रजामंदी हो गई है। पैट्रेट को इस दौरान मौजूद चीफ सेक्रेटरी आरके तिवारी ने बताया कि यूपी ने निवेशकों को अनुकूल वातावरण दिया है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में यूपी दूसरे नंबर पर है। गोरखपुर में आयुष पद्धति की यूनिवर्सिटी भी खुलने जा रही है।
चीफ सेक्रेटरी ने थाईलैंड की राजदूत को ये भी बताया कि यूपी में फूड टेक्नोलॉजी, इसके निर्यात और विकास की जबरदस्त संभावना देखी गई है। इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी मिले हैं। वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट के तहत सभी जिलों के खास उत्पादों को बाजार में लाया गया है। इससे परंपरागत हस्तशिल्प और लघु उद्योगों का संरक्षण भी हुआ है। उन्होंने भगवान बुद्ध और अयोध्या के साथ थाईलैंड के पुराने रिश्तों पर भी चर्चा की।