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AIMPLB प्रवक्ता सज्जाद नोमानी को लगा झटका, तालिबान की तारीफ करने पर पर्सनल लॉ बोर्ड ने झाड़ लिया पल्ला

Sajjad Nomani : वहीं एक और ट्वीट में पर्सनल लॉ बोर्ड की तरफ से लिखा गया कि, मीडिया चैनलों को इस तरह के कृत्यों से बचते हुए बोर्ड से तालिबान की ख़बरों को नहीं जोड़ना चाहिए।

नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होना भारत में भी कुछ लोगों को खूब भा रहा है। ऐसे में बुधवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड(All India Muslim Personal Law Board) के प्रवक्ता सज्जाद नोमानी ने तालिबान की तारीफ करते हुए उन्हें हिंद मुसलमानों की तरफ से सलाम किया था। वहीं, सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने तालिबान को आजादी का योद्धा बताया था और इस मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज हो चुका है। पीस पार्टी के प्रवक्ता ने भी तालिबान की तारीफ में ट्विटर पर पोस्ट किया था, लेकिन बाद में उसे डिलीट कर दिया। ऐसे में इन लोगों की देश में आलोचना शुरू हो गई है। वहीं सज्जाद नोमानी के बयान से पर्सनल लॉ बोर्ड ने अब अपना पल्ला झाड़ लिया है। बता दें कि इसको लेकर ट्वीट करते हुए पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि, तालिबान और अफ़ग़ानिस्तान की राजनीतिक स्थिति पर हमारी तरफ से कोई टिप्पणी नहीं की गई है।

ट्वीट में मीडिया पर पर ही सवाल खड़े करते हुए पर्सनल लॉ बोर्ड ने लिखा है कि, “ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने तालिबान और अफ़ग़ानिस्तान की राजनीतिक स्थिति पर कोई टिप्पणी नहीं की है। कुछ मीडिया चैनल बोर्ड के कुछ सदस्यों की निजी राय को बोर्ड का स्टैंड मानकर ग़लत बात पर बोर्ड को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं। यह बात पत्रकारिता मूल्यों के विपरीत है।

वहीं एक और ट्वीट में पर्सनल लॉ बोर्ड की तरफ से लिखा गया कि, मीडिया चैनलों को इस तरह के कृत्यों से बचते हुए बोर्ड से तालिबान की ख़बरों को नहीं जोड़ना चाहिए।
Maulana Yasoob Abbas
वहीं शिया धर्मगुरु और ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने तालिबान का जमकर विरोध किया है। उन्होंने अफगानिस्तान पर तालिबान के हुकूमत की तारीफ करने वालों पर भी निशाना साधते हुए ऐसे लोगों को गलत बताया है। बता दें कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता सज्जाद नोमानी, सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क समेत कई मुस्लिम नेताओं ने तालिबान की तारीफ में पलक-पांवड़े बिछाए थे।

मौलाना यासूब अब्बास ने अपने बयान में सवाल उठाया कि कंधे पर एके-47 रायफल टांगे ये कौन सा इस्लाम है। उन्होंने कहा कि जिस तालिबान के इस्लाम की तारीफ हो रही है, वह गले जोड़ने वाला नहीं बल्कि काटने वाला है। मौलाना ने ये भी कहा कि जो लोग भारत में इनकी तारीफ कर रहे हैं, वे भी विरोध के काबिल हैं। मौलाना अब्बास ने कहा कि तालिबान ने अफगानिस्तान में सिर्फ हिंदू ही नहीं, शिया मुसलमानों के साथ भी ज्यादती की है।