आजमगढ़। आजमगढ़ में शराब के एक ठेके से जहरीली शराब पीकर 10 लोगों की मौत का मामला भी समाजवादी पार्टी से जुड़ रहा है। पुलिस के मुताबिक शराब का ठेका सपा के उम्मीदवार और पूर्व सांसद रमाकांत यादव के भतीजे रंजेश का है। रमाकांत यादव फूलपुर-पवई से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इस बीच, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर आबकारी विभाग से जुड़े कई अफसरों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। योगी ने प्रदेश में शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई तेज करने के आदेश भी दिए हैं। इसके बाद आबकारी विभाग और पुलिस हर जिले में शराब माफिया पर कार्रवाई कर रही है।
पुलिस के मुताबिक आजमगढ़ की फूलपुर तहसील के माहुल में रमाकांत के भांजे का देशी शराब का ठेका है। यहां से बीते रविवार को लोगों ने शराब खरीदकर पी और देर रात ज्यादातर लोगों की तबीयत खराब होने लगी। बीमार लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। जहां फेकू सोनकर, झब्बू, रामकरण सोनकर, सतिराम, अच्छेलाल, विक्रमा बिंद, रामप्रीत यादव, बुद्धू, पंचम और एक अन्य की मौत हुई थी। इसके अलावा अस्पताल में एक दर्जन से ज्यादा लोग अब भी भर्ती हैं और इनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
शराब कांड में जिस भांजे की वजह से रमाकांत यादव का नाम आ रहा है, वो यूपी के बाहुबली नेता माने जाते हैं। साल 1985 में रमाकात ने अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी। वो 1993 तक लगातार 4 बार विधायक बने थे। साल 1996 में उनकी पत्नी रंजना फूलपुर-पवई सीट से विधायक का चुनाव लड़ी थीं, लेकिन हार गई थीं। इसके बाद रमाकांत के बेटे अरुणकांत 2007 में इस सीट से चुनाव जीते ते। रमाकांत विधायक के अलावा 4 बार सांसद भी रह चुके हैं। वो साल 2009 में बीजेपी से सांसद बने थे। पिछले लोकसभा चुनाव में रमाकांत को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया था। इसके बाद वो कांग्रेस के टिकट पर भदोही से चुनाव लड़े और जमानत जब्त करा ली। लोकसभा चुनाव में हार के बाद रमाकांत यादव सपा में चले गए।