नई दिल्ली। कांग्रेस को बड़ा जोरदार झटका लगा है। दरअसल, बीबीसी डॉक्यूमेंट्री को लेकर केंद्र की मोदी सरकार का समर्थन करने वाले कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने आज बीजेपी का दामन थाम लिया है। अनिल एंटनी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन, केरल बीजेपी अध्यक्ष के सुरेंद्रन की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है। ध्यान रहे कि गत दिनों उन्हें बीबीसी डॉक्यूमेंट्री का समर्थन करने पर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, लेकिन शशि थरूर जैसे नेताओं ने उनका दुबा जुबां से समर्थन किया था, जिसे लेकर बाद में अनिल एंटनी ने अपना धन्यवाद भी ज्ञापित किया था। हालांकि, इस प्रकरण के बाद अनिल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें पार्टी में डिजिटल की कमान सौंपी गई थी।
#WATCH | Congress leader & former Defence minister AK Antony’s son, Anil Antony joins BJP in Delhi pic.twitter.com/qJYBe40xuY
— ANI (@ANI) April 6, 2023
कांग्रेस को बड़ा झटका
वहीं, अनिल एंटनी के बीजेपी में शामिल होने के बाद इसे कांग्रेस के लिए बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। आगामी लोकसभा सहित विभिन्न राज्यों के चुनाव से पूर्व बीजेपी इसे कांग्रेस द्वारा किए गए अभिव्यक्ति की आजादी पर कुठाराघात के रूप में पेश करेगी।
बता दें कि गत दिनों एंके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने बीबीसी डॉक्यूमेंट्री प्रकरण पर ट्वीट कर मोदी सरकार का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि ‘यह वही लोग हैं जो उन मुख्य लोगों के पीछे थे जो इराक युद्ध के मास्टरमाइंड हैं, जहां गलत फैसलों के कारण हजारों लोग मारे गए।
Delhi | Anil Antony, Congress leader and son of former Defence minister AK Antony, joins BJP, in presence of Union ministers Piyush Goyal and V Muraleedharan pic.twitter.com/c39pybFbdt
— ANI (@ANI) April 6, 2023
जब ऐसा कोई डॉक्यूमेंट्री बना रहा है और यहां आ रहा है तो देश का कोई भी संबंधित नागरिक कहेगा कि आपको इससे सावधान रहने की जरूरत है।’ अनिल एंटनी के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस में बवाल मच गया। सभी एक सुर से उनका विरोध कर लगे। लेकिन, बीजेपी खुलेतौर पर अनिल के समर्थन में आ गई थी। इसके बाद अनिल ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफे का ऐलान कर दिया था।
विदित है कि बीते दिनों बीबीसी ने गुजरात दंगों पर आधारित ”इंडिया द मोदी क्वेश्चन नामक डॉक्यूमेंट्री” बनाई थी, जिसे लेकर खूब विवाद हुआ था। इस डॉक्यूमेंटी में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पीएम मोदी को क्लीनचिट दिए जाने के बावजूद भी उनकी छवि नकारात्मक तरीके से पेश की गई थी, जिसे लेकर भारत ने विरोध जताया था। बाद में इसे केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था। यही नहीं, ब्रिटेन में भी कई लोगों ने खुलकर बीबीसी द्वारा बनाई गई इस डॉक्यूमेंट्री का विरोध किया था और इसके साथ ही यह हिदायत दी थी कि वो भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करने से गुरेज करें।