नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच देश के अंदर ही सियासत जोरों पर हैं। 19 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद से कांग्रेस लगातार पीएम मोदी के बयानों को लेकर सवाल खड़े कर रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी और तमाम कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने मोदी सरकार पर सवाल उठाया।
आइए 1962 से आज तक दो-दो हाथ हो जाए
सवालों का दायरा कुछ इस तरह बढ़ा कि, राहुल गांधी ने एक ट्वीट में पीएम नरेंद्र मोदी को “Surender Modi” तक कह दिया। ऐसे में अब गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा है कि, ‘अगर चर्चा करनी है तो आइए 1962 से आज तक दो-दो हाथ हो जाए।’
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#WATCH “Parliament honi hai, charcha karni hai to aaiye, karenge. 1962 se aaj tak do-do haath ho jayein…,” HM Amit Shah on Rahul Gandhi’s “Surender Modi” tweet .
Full interview with ANI Editor Smita Prakash to be released at 1 pm pic.twitter.com/ngGYyqkwQq
— ANI (@ANI) June 28, 2020
पाकिस्तान और चीन को खुश करने के बयान दिए जा रहे हैं
बता दें कि लद्दाख में LAC पर गलवान घाटी में चीन से झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद से सियासत भी जोरों पर है। समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि चर्चा से कोई नहीं डरता है। मगर जब देश के जवान संघर्ष कर रहे हों, सरकार स्टैंड लेकर ठीक कदम उठा रही है, उस वक्त पाकिस्तान और चीन को खुश हो इस प्रकार के बयान ठीक नहीं है। कोरोना और लद्दाख की गलवान घाटी में चीन से तनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दोनों जंग जीतने जा रहा है।’
‘कुछ लोग ‘वक्रद्रष्टा’ हैं’
राहुल गांधी पर तीखा प्रहार करते हुए अमित शाह ने कहा कि, “गृह मंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने कोरोना के खिलाफ अच्छी लड़ाई लड़ी है। मैं राहुल गांधी को सलाह नहीं दे सकता, यह उनकी पार्टी के नेताओं का काम है। कुछ लोग ‘वक्रद्रष्टा’ हैं, वे सही चीजों में भी गलत देखते हैं। भारत ने कोरोना के खिलाफ अच्छा संघर्ष किया और हमारे आंकड़े दुनिया की तुलना में बहुत बेहतर हैं।”
दिल्ली में कोरोना के हालात पर अमित शाह ने कहा कि, ‘जून के दूसरे सप्ताह में दिल्ली डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बयान दिया कि 31 जुलाई तक दिल्ली में 5.5 लाख कोरोना के मामले होंगे, इससे दिल्ली की जनता में बहुत भय आया। दिल्ली सरकार ने कहा कि दिल्ली के बाहर के लोगों का दिल्ली में इलाज नहीं होगा, इस निर्णय को केंद्र सरकार ने बदला।’
दिल्ली में 30 जून तक कंटेनमेंट जोन के हर घर का सर्वेक्षण
गृह मंत्री ने कहा कि आज मैं कह सकता हूं कि दिल्ली के डिप्टी सीएम का जो 5.5 लाख कोरोना केस वाला जो बयान था, वो स्थिति अब दिल्ली में नहीं आएगी। दिल्ली में 30 जून तक कंटेनमेंट जोन के हर घर का सर्वेक्षण हो जाएगा। हमने टेस्टिंग को काफी बढ़ाया है। बाद में दिल्ली में घर-घर सर्वेक्षण किया जाएगा।