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India-China Clash: तवांग झड़प के बीच अमित शाह का कांग्रेस पर बड़ा आरोप, बताया राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से मिले पैसे

India-China Clash: इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच जमकर झड़प देखने को मिली। बताया जा रहा है कि चीनी सैनिक भारतीय सेना की पोस्ट को हटवाने आए थे लेकिन हमारे देश की एक इंच जमीन न देने की कसम खाने वाले जवानों ने उनकी इस साजिश को नाकाम कर दिया और भारतीय जमीन से खदेड़ डाला

नई दिल्ली। पाकिस्तान और चीन ऐसे देश हैं जो भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचने से बाज नहीं आते। एक शांत होता है तो दूसरा भारत को आंख दिखाने लग जाता है। लगातार मिल रहे मुंहतोड़ जवाब के बाद जब पाकिस्तान इन दिनों चुप्पी साधे हुए हैं। तो अब चीन ने अब फिर से अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। बीते 8-9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग के यांगत्से इलाके में भारतीय सेना और चीन के बीच विवाद देखने को मिला। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच जमकर झड़प देखने को मिली। बताया जा रहा है कि चीनी सैनिक भारतीय सेना की पोस्ट को हटवाने आए थे लेकिन हमारे देश की एक इंच जमीन न देने की कसम खाने वाले जवानों ने उनकी इस साजिश को नाकाम कर दिया और भारतीय जमीन से खदेड़ डाला।

Amit Shah on India-China Clash.

इस झड़प में दोनों सेनाओं के कई सैनिकों के घायल होने की खबर है। एक तरफ जहां देश में इस घटना के बाद से लोगों में गुस्सा है तो वहीं, कांग्रेस की तरफ से इस पर सवाल उठाए जा रहे थे। अब देश से जुड़े ऐसे मामलों पर राजनीति होते देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को फटकार लगाई। शाह ने राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर एक बार फिर कांग्रेस और गांधी परिवार पर सवाल दागे साथ ही फाउंडेशन के जरिए चीन से पैसे लेने का आरोप लगाया।

मीडिया से बातचीत के दौरान अमित शाह ने कांग्रेस पर तीखा वार करते हुए कहा कि लोकसभा में विपक्ष ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया जिसकी मैं निंदा करता हूं। मैंने प्रश्नकाल की सूची देखी और प्रश्न नंबर 5 देखने के बाद मेरी समझ में आ गया कि कांग्रेस क्यों बौखलाई हुई है। शाह ने कहा कि सवाल राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस को रद्द करने को लेकर था। अगर मुझे मौका मिले तो मैं इसका जवाब उन्हें संसद में देता कि 2005-2007 के दौरान चीनी दूतावास से राजीव गांधी फाउंडेशन को जो1.35 करोड़ रुपये का अनुदान मिला था तो एफसीआरए के अनुसार गलत था। यही वजह थी कि गृह मंत्रालय ने नियमानुसार इसका रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया।

इसके आगे शाह ने नेहरू काल सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन काल के दौरान  हजारों हेक्टेयर भूमि भारत की हड़प ली गई। क्या वो शोध का विषय नहीं है। आज जब देश में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं तो हमारे देश के एक इंच जमीन भी भारतीय सैनिक किसी दूसरे देशों को हड़पने नहीं देते। ये आज का भारत है। खैर अमित शाह ने तो कांग्रेस मुंह तोड़ जवाब दे दिया है अब देखना होगा कांग्रेस की तरफ से इस पर क्या बयान सामने आता है।