नई दिल्ली। वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनलों के जरिए फर्जी खबरें और भारत विरोधी प्रचार करने वालों के दिन पूरे होने जा रहे हैं। मोदी सरकार ने अब और सख्ती बरतने का फैसला ऐसे लोगों के खिलाफ कर लिया है। सरकार ने साफ कर दिया है कि फर्जी खबरें और अफवाह फैलाने के अलावा भारत के खिलाफ गलत खबरें दिखाने और बताने वाली वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनलों को बंद करा दिया जाएगा। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मीडिया को बताया कि देश के खिलाफ साजिश करने वालों पर इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। बीते दिनों सरकार ने ऐसे ही 20 यूट्यूब चैनल और 2 वेबसाइट्स बंद कराई हैं।
अनुराग ठाकुर ने बताया कि भारत विरोधी कंटेंट फैलाने और साजिश के तहत फर्जी खबरें फैलाने वाले सोशल मीडिया हैंडल्स पर कार्रवाई को और तेज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार पहले भी कार्रवाई करती रही है और आगे भी ऐसा जारी रहेगा। ठाकुर ने कहा कि पहले जिनपर कार्रवाई हुई, उसकी सराहना कई बड़े देशों ने भी की है। यूट्यूब ने खुद आगे आकर ऐसे चैनल ब्लॉक किए। अगर किसी ने भी समाज को बांटने की साजिश रची, तो उसे किसी कीमत पर आगे भी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि हर सोशल मीडिया पर सरकार की कड़ी नजर है।
बता दें कि खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट पर काम करते हुए सरकार ने पिछले साल दिसंबर में भारत के खिलाफ झूठी और साजिश रचने वाली खबरें दिखाने वाले यूट्यूब चैनलों और वेबसाइट पर कार्रवाई की थी। ये वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनल कश्मीर, भारतीय सेना, जनरल बिपिन रावत, राम मंदिर और अल्पसंख्यकों के बारे में गलत और झूठी खबरें दे रहे थे। मोदी सरकार ने रातों रात इस मामले में सख्त कदम उठाते हुए सभी को बंद करा दिया था। तब ये जानकारी आई थी कि ज्यादातर वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनल पाकिस्तान से चलते हैं। पड़ोसी देश की ओर से भारत के खिलाफ दुष्प्रचार काफी दिनों से जारी है।