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LAC पर तनाव के बीच सेना प्रमुख पहुंचे लद्दाख, लिया हालात का जायजा

गुरुवार को सेना प्रमुख(Army Chief) नरवणे के दौरे के दौरान वरिष्ठ फील्ड कमांडर उन्हें वास्तविक नियंत्रण रेखा(LAC) के जमीनी हालात की जानकारी देंगे।

नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा पर बने तनाव के बीच सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे दो दिवसीय दौरे के लिए लद्दाख पहुंचे। जहां एक तरफ लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन की हर चाल का भारतीय वीर जवान करारा जवाब दे रहे हैं तो वहीं सेना प्रमुख इस दौरान सैनिकों की ऑपरेशनल तैयारियों का भी मुआयना करेंगे।

naravane

बता दें कि गुरुवार को सेना प्रमुख नरवणे के दौरे के दौरान वरिष्ठ फील्ड कमांडर उन्हें वास्तविक नियंत्रण रेखा(LAC) के जमीनी हालात की जानकारी देंगे। बता दें कि पिछले काफी वक्त से भारत और चीन के बीच सीमा पर विवाद देखने को मिला है। भारत ने एक बार फिर चीन की घुसपैठ की बात कही है। जिसके बाद अब सेना प्रमुख ने लद्दाख में हालात का जायजा लिया है। यहां नरवणे ने परिचालन मुद्दों और जमीनी हालात का जायजा लिया। वहीं बॉर्डर पर जारी तनाव के बीच चीन और भारत के बीच बैठकों का दौर भी जारी है। वहीं दूसरी तरफ पैंगोंग में सेनाएं आमने-सामने है, जिससे तनाव की स्थिति बढ़ गई है।

MM Narvane

इस बीच भारत ने लद्दाख में पैंगोंग इलाके में नॉर्थ फिंगर 4 को फिर अपने कब्जे में ले लिया है। जून महीने के बाद पहली बार भारतीय सेना के कब्जे में ये इलाका पूरी तरह से आ गया है। अब यहां से सबसे निकट की चीनी पोस्ट फिंगर 4 के ईस्ट हिस्से में हैं, जो भारतीय सेना की पॉजिशन से कुछ मीटर की दूरी पर है।

बता दें कि 29-30 अगस्त को चीन ने लद्दाख के पैंगोंग लेक इलाके में घुसपैठ की कोशिश की थी, जिसे भारतीय जवानों ने नाकाम कर दिया। भारतीय सेना को 29 अगस्त की रात एलएसी की तरफ पैंगोंग लेक के दक्षिणी किनारे पर कुछ संदिग्ध गतिविधियों का पता चला। यह चीनी सैनिकों का काफिला था, जिसमें कई जीप और एसयूवी शामिल थे। इस इलाके में पहले से तैनात भारतीय सेना के जवानों ने तुरंत सक्रियता दिखाई और तेजी से पहाड़ी पर चढ़कर अपना मोर्चा संभाल लिया।

India china LAC border

फिलहाल तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन के बीच बातचीत का दौर भी जारी है। बुधवार को भी ब्रिगेडियर स्तर की बैठक हुई। हालांकि कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। 29-30 अगस्त की रात को चीन की ओर से घुसपैठ की जो कोशिश हुई थी, उसके बाद ब्रिगेड कमांडर लेवल की बातचीत शुरू हुई थी। लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है।