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तीन दिन के नेपाल दौरे पर सेना प्रमुख नरवणे, दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होने की उम्मीद

भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (Manoj Mukund Narwane) नेपाल (Nepal) की तीन दिन की यात्रा पर बुधवार को काठमांडू पहुंच गए। वो ऐसे समय में जब सीमा विवाद के चलते भारत और नेपाल के संबंध अच्छे नहीं हैं।

काठमांडू। भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (Manoj Mukund Narwane) नेपाल (Nepal) की तीन दिन की यात्रा पर बुधवार को काठमांडू पहुंच गए। वो ऐसे समय में जब सीमा विवाद के चलते भारत और नेपाल के संबंध अच्छे नहीं हैं। नरवणे की यात्रा से दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंध मजबूत होने की उम्मीद है।

Lieutenant General Manoj Mukund Naravane

हालांकि उनकी यात्रा रूटीन है, लेकिन उनके मई महीने में सीमा विवाद पर दिए एक बयान ने विवाद पैदा कर दिया था। इसलिए सुरक्षा अधिकारी काठमांडू में विशेष रूप से सावधान हैं। नेपाल पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि काठमांडू में नेपाल की सेना, भारतीय दूतावास और नेपाल की अन्य सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर विशेष नजर रखे हुए हैं।

india nepal flag

सुरक्षा कारणों के चलते, नरवणे की यात्रा का विवरण, उनके आगमन का समय, राष्ट्रपति कार्यालय और प्रधानमंत्री आवास की यात्रा के लिए मार्ग सहित, अन्य जानकारियों का खुलासा नहीं किया गया है। अधिकारी के मुताबिक, संभावित विरोध के मद्देनजर सादे कपड़ों में भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को काठमांडू में तैनात किया गया है। पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी ले लिया है।

अपनी यात्रा से एक दिन पहले, नरवणे ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि वह नेपाल के सेनाध्यक्ष जनरल पूर्ण चंद्र थापा के निमंत्रण पर अपनी आगामी यात्रा के लिए खुश हैं। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि यह यात्रा दोनों सेनाओं की दोस्ती को मजबूत करने में एक लंबा रास्ता तय करेगी। उनके कार्यक्रम के मुख्य कार्यक्रमों में आर्मी पवेलियन में शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करना, सेना मुख्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर प्राप्त करना, जनरल थापा के साथ आधिकारिक बैठक करना और काठमांडू के शिवापुरी में आर्मी कमांड एंड स्टाफ कॉलेज के छात्रों को संबोधित करना शामिल है।

Army Chief General Manoj Mukund Naravane

आधिकारिक बयान के अनुसार, इस विशेष यात्रा दौरान गुरुवार को राष्ट्रपति बिध्या देवी भंडारी नरवणे को नेपाली सेना के मानद जनरल के पद के सम्मान से सम्मानित करेंगे। नेपाल और भारत में 1950 से एक दूसरे के सेना प्रमुख को मानद उपाधि देने की ऐतिहासिक परंपरा है। अपने नए राजनीतिक मानचित्र में विवादित क्षेत्रों को रखने के बाद पिछले नवंबर से दोनों देशों के सीमा विवाद के बाद जनरल नरवणे नेपाल के दौरे पर जाने वाले सबसे वरिष्ठ भारतीय अधिकारी हैं। उत्तराखंड राज्य में मानसरोवर को जोड़ने वाला एक नया रास्ता खोलने के बाद नेपाल ने इसका विरोध किया था क्योंकि नई सड़क नेपाल, भारत और चीन के बीच एक त्रिकोणीय मोड़ पर है।