जयपुर। एक तरफ सचिन पायलट ये मांग कर रहे हैं कि राजस्थान में वसुंधरा राजे की बीजेपी सरकार के दौर में हुए घोटालों की जांच कराई जाए और दोषियों को सजा दिलाई जाए। वहीं, उनके प्रतिद्वंद्वी और राज्य के सीएम अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे की तारीफ करते नजर आ रहे हैं। अशोक गहलोत ने शुक्रवार को वसुंधरा की तारीफ की। गहलोत ने ये तारीफ इसलिए की, क्योंकि वसुंधरा राजे ने एक बार कहा था कि राजस्थान की परंपरा नहीं है कि चुनी हुई सरकार को सियासी तिकड़मों से गिराया जाए। गहलोत ने कहा कि अगर वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल ने कहा कि हॉर्स ट्रेडिंग कर हमारे यहां सरकार गिराने की परंपरा नहीं है, तो क्या गलत कहा उन्होंने।
गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत हमारी सरकार गिराने की साजिश के मुख्य किरदार थे। हमारे 19 विधायक हरियाणा के मानेसर गए थे। हम जानते हैं कि शेखावत ने 19 विधायकों को हर तरह का लालच दिया। धर्मेंद्र प्रधान के घर मीटिंग होती थी। उसमें अमित शाह और जफर इस्लाम भी जाते थे। हमारे विधायकों को मीटिंग में बुलाते थे। बता दें कि सचिन पायलट की अगुवाई में साल 2020 में कांग्रेस के 19 विधायकों ने बागी तेवर अपनाए थे, लेकिन गहलोत को वे पद से हटा नहीं सके।
बीते दिनों सचिन पायलट ने वसुंधरा राजे के दौर में हुए घोटालों की जांच की मांग पर एक दिन का अनशन किया था। उन्होंने अनशन भर चुप्पी साधे रखी थी। बाद में कहा था कि राजस्थान में राजे सरकार के घोटालों की जांच कराने का वादा कांग्रेस ने किया था। अब चुनाव सिर पर हैं, लेकिन फिर भी जांच नहीं कराई जा रही है। ऐसे में जनता का सामना कांग्रेस कैसे करेगी। अब गहलोत के ताजा बयान से सचिन पायलट को एक बार फिर उनपर निशाना साधने का मौका मिल गया है। वैसे गहलोत भी सचिन को बड़ा कोरोना और गद्दार जैसे शब्द सार्वजनिक तौर पर कह चुके हैं।