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Rajasthan: राजस्थान में बदलाव की अटकलों के बीच CM गहलोत ने पायलट खेमे पर कसा तंज, कही ये बात

Rajasthan: गांधी जयंती पर हुए राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान जहां अशोक गहलोत ने विरोधियों पर जोरदार प्रहार किया। वहीं उन्होंने ये भी स्पष्ट कर दिया आने वाले समय में भी वही राजस्थान के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। दरअसल, सीएम गहलोत ने मंच एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश की है।

नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस में घमासान अभी खत्म नहीं हुआ है। नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस पार्टी में सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं पंजाब, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी कांग्रेस पार्टी के अंदरूनी कलह की खबरें लगातार सामने आ रही है। एक तरफ जहां छत्तीसगढ़ की सत्तारूढ़ कांग्रेस में सियासी बवाल की खबरें सामने आ रही है। 30 से ज्यादा विधायक दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। वहीं दूसरी ओर राजस्थान में चल रहे सियासी खींचतान पर लंबे समय से चुप्पी साधे बैठे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया सामने आई है। आखिरकार सीएम गहलोत ने राज्य की कांग्रेस सरकार में चल रहे सियासी घमासान पर चुप्पी तोड़ी है।

Sachin Pilot and Ashok Gehlot

गांधी जयंती पर हुए राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान जहां अशोक गहलोत ने विरोधियों पर जोरदार प्रहार किया। वहीं उन्होंने ये भी स्पष्ट कर दिया आने वाले समय में भी वही राजस्थान के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। दरअसल, सीएम गहलोत ने मंच एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश की है। कार्यक्रम के दौरान जहां गहलोत विपक्ष पर जमकर बरसे। वहीं उन्होंने पायलट खेमे पर तंज कसा। सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश में उनकी सरकार पूरे 5 साल चलेगी और रिपीट भी होगी। यही नहीं, गहलोत यह भी बोले कि शांति धारीवाल को फिर से नगरीय विकास मंत्री बनाऊंगा।

गौरतलब है कि अपने चन्नी चाल से बीजेपी के चारों खाने चित्त कर चुकी कांग्रेस के सारे किए कराए पर सिद्धू के इस्तीफे ने पानी फेर दिया। उनके अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन और सिद्धू के बीच शुरू हुआ सियासी रार का सिलसिला थमने  का नाम नहीं ले रहा है। वही, कांग्रेस से रूखसत होने का ऐलान कर चुके कैप्टन ने यह साफ कह दिया है कि उनका बीजेपी का दामन थामने का कोई इरादा नहीं है। उधर, कल तक कांग्रेस के खिलाफ तल्ख हो चुके सिद्धू ने साफ कह दिया है कि वे गांधी परिवार का साथ नहीं  छोड़ेंगे। उन्हें पद का कोई मोह नहीं है। इस बीच पंजाब के सियासी बवाल के बाद अब राजस्थान समेत छत्तीसगढ़ में लगातार कांग्रेस में कलह की खबरें सामने आ रही है, जिसे देखते हुए अशोक गहलोत का बयान काफी चर्चा में है।