नई दिल्ली। रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी मिलने के बाद अश्विनी वैष्णव पहली बार अपने गृह क्षेत्र पहुंचे। जहां उन्होंने अपने माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाक़ात की। इसी मुलाक़ात का एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें अश्विनी वैष्णव मंत्री बनने के बाद पहली बार अपने परिवालों से मिले तो भावुक हो गये। दरअसल शनिवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मंत्री बनने के बाद अपने गृह क्षेत्र जोधपुर पहुंचे थे जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं और परिजनों द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया। जब अश्विनी वैष्णव अपने परिजनों से मुलाकात कर रहे थे उसी दौरान का एक वीडियो इस वक्त चर्चाओं में है।
माता-पिता से मिलकर भावुक हुए रेल मंत्री
दरअसल मंत्री बनाये जाने के बाद अश्विनी वैष्णव पहली बार अपने गृहक्षेत्र पहुंचे और अपने माता-पिता से मुलाकात की। इसी साल के शुरुआत में यानी जनवरी में अश्विनी वैष्णव अपने गृह क्षेत्र गये थे, तब से वे दिल्ली में थे। ऐसे में जब वे काफी वक्त बाद अपने माता-पिता से मिले तो अश्विनी वैष्णव के साथ माता-पिता भी भावुक हो गये। मां ने टीका लगाकर बेटे का स्वागत किया तो भावुक होकर अश्विनी वैष्णव ने मां को गले लगा लिया। मां ने भी अपने बेटे को चूम लिया। इस पल को देखकर अश्विनी के स्वागत में पहुंचे लोग भावुक दिखाई दिए। मां से गले मिलने के बाद अश्विनी वैष्णव अपने पिता के पास पहुंचे और उन्हें भी गले लगाया।
रेलमंत्री बनने के बाद पहली बार जोधपुर में अपने पैतृक आवास पहुंचे अश्विनी वैष्णव, मां ने गले लगाया तो हो गए भावुक.. pic.twitter.com/fTy9EyPUGc
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) October 3, 2021
परिजनों से मुलाक़ात करने के बाद अश्विनी वैष्णव ने कहा कि शिक्षा स्कूल से मिलती है, लेकिन संस्कार घर से मिलते है। आज मैं अपने घर लौटा हूं अपने परिवार से मिलने के लिए। इस मौके पर भावुकता स्वभाविक ही है। यहां आपको बता दें कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जोधपुर कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने पहुंचे थे। जोधपुर दौरे के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव अपने एमबीएम इंजीनियरिंग (अब एमबीएम विश्वविद्यालय) कॉलेज पहुंचें। आपको बता दें कि अश्विनी वैष्णव ने यहीं से पढ़ाई की है और गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके हैं। कॉलेज में मौजूद छात्रों को संबोधित करते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जब में 11वीं में था, तब जेब खर्ची के लिए ट्यूशन पढ़ाता था। केवल दो शर्ट थे। उस समय पिताजी के पास भी अधिक पैसे नहीं थे। बमुश्किल 1200 रुपए की उस समय किताबें खरीदी थी।
अश्विनी एमबीएम कॉलेज में 1991 बैच के इलेक्ट्रोनिक्स बीटैक के गोल्ड मेडलिस्ट थे। वहीँ मिल रहीं ख़बरों की माने तो जोधपुर पहुंचे रेल मंत्री ने कहा कि पूरे देश में 150 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास होगा और पहले चरण में राजस्थान के आठ स्टेशनों का विकास किया जाएगा जिनमें जयपुर, गांधीनगर (जयपुर), जोधपुर, अजमेर, उदयपुर, जैसलमेर, बीकानेर और आबू रोड शामिल हैं।